🔹 नरेंद्र भाले 🔹
इंदौर : राजनीति में तो युवा शक्ति का पता नहीं लेकिन फटाफट क्रिकेट ने दर्शा दिया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में युवा शक्ति तेजी से अपनी पकड़ बनाती जा रही है। विशेष रूप से भारत में अंडर-19 से निकले सितारे सिरमौर बनने की तरफ तेजी से अग्रसर हैं। चेन्नई तथा हैदराबाद के बीच खेला गया मैच इसका अनुपम उदाहरण है।
जहां बेरिस्टो खाता भी नहीं खोल पाए वही तपे हुए वॉर्नर का पहला चौका 14 गेंद बाद आया। जमते नजर आ रहे मनीष पांडे का शार्दूल ठाकुर ने शिकार किया। चेन्नई के खिलाफ लगातार पांच अर्धशतक जमाने वाले वॉर्नर बुझे बुझे से नजर आए जबकि संयमी विलियमसन रन आउट हो गए। वॉर्नर को चावला ने वापस भेज दिया और हैदराबाद 12 ओवर बाद 4 विकेट खोकर 69 रनों की पूंजी लेकर असहाय खड़ा नजर आया। ऐसे में प्रियम गर्ग तथा अभिषेक शर्मा ने उम्दा साझेदारी करते हुए मृत प्राय स्कोर बोर्ड में प्राण फूंक दिए। आक्रामक गर्ग ने करेन के 17वें ओवर में 21 रन कूट दिए। खराब कैचिंग का भुगतान तो करना ही पड़ता है। पहले जडेजा तथा बाद में ठाकुर ने अभिषेक के आसान कैच टपका कर हैदराबाद को राहत प्रदान की। अभिषेक ने 31 तथा गर्ग ने मात्र 26 गेंदों में 51 रन जोड़कर दम तोड़ते स्कोर को सांसे प्रदान कर 165 का लक्ष्य चेन्नई के समक्ष रख दिया।
अधिकांश बुजुर्गों से ठसाठस भरी चेन्नई की शुरुआत ही भंड हो गई। जहां भुवनेश्वर कुमार ने वाटसन के स्टंप बिखेर दिए वहीं नटराजन ने रायडू के। अच्छा खेल रहे डुप्लेसिस को गर्ग ने रन आउट कर स्थिति खराब कर दी। पावर प्ले में मात्र 36 रनों पर तीन दिग्गज बल्लेबाज डगआउट में जमा हो गए। टीम पर बोझ बने हुए केदार जाधव 10 गेंदे खराब कर अब्दुल समद का शिकार बन गए। सारा दारोमदार धोनी तथा जडेजा पर आ गया। सूखे में 13 वें महीने की तरह राशिद खान ने कंजूस महाजन की तरह डंडी मारते हुए बल्लेबाजों को त्रस्त कर दिया। बंदे ने 24 गेंदों में मात्र 12 रन दिए तथा 16 डॉट गेंदे फेंक कर मुसीबत को दोबाला कर दिया। जडेजा ने ताबड़तोड़ 34 गेंदों में 50 रन , (पांच चौके तथा दो छक्के )ठोककर उम्मीदों को जिंदा रखा वही धोनी ने स्ट्राइक रोटेट करते हुए उनका अच्छा साथ दिया। जडेजा के विदा होते ही सारी जिम्मेदारी धोनी पर आ गई तथा आक्रामक करेंन दूसरे छोर पर। लक्ष्य असंभव नजर आने लगा। हैदराबाद को उस समय झटका लगा जब 19वें ओवर की पहली गेंद पर वह रिटायर्ड हर्ट हो गए। बची 5 गेंदों पर नटराजन को सपाटे पड़ गए। अंतिम ओवर में 28 रनों की जरूरत थी, वॉर्नर ने गेंद युवा समद को सौंप दी। थके हुए धोनी ने बहुतेरे प्रयास किए लेकिन अंत में हैदराबाद 7 रन से जीत दर्ज करने में कामयाब रही। करेन ने भी 2 छक्के उड़ाए, धोनी 47 पर नाबाद रहे। आईपीएल में यह चौथा मौका है जब चेन्नई लगातार तीन मैच हारी है। युवा प्रियम गर्ग गेम चेंजर, सुपर ट्राईकर तथा मैन ऑफ द मैच से नवाजे गए। जबरदस्त उतार-चढ़ाव वाले मैच में निश्चित ही अनुभव को युवाओं ने शिकस्त दी। गर्ग , अभिषेक, राशिद खान, नटराजन, तथा समद इस बात का उम्दा प्रमाण है।