इंदौर : कोरोना संक्रमण की वजह से निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव में कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। जनसभा व नुक्कड़ सभाओं पर रोक है । जनसंपर्क भी सीमित समर्थकों के साथ किया जा सकता है। इस बदले माहौल में चुनाव प्रचार के लिए आईटी एक्सपर्ट की मांग बढ़ गई है। एक्सपर्ट ने कंपनियां बनाकर प्रत्याशियों को घर बैठे प्रचार की आधुनिक सुविधाएं देने के लिए एक लाख से 5 लाख रुपए तक के पैकेज तैयार किए हैं। कुछ दावेदारों ने तो ऐसी कंपनियों से सर्वे भी करा लिया है। बढ़ती मांग को देखते हुए इंदौर के एक्सपर्ट्स की भी डिमांड, आने वाले चुनाव में होने लगी है। कुछ प्रत्याशियों ने तो अपने ख़र्चे पर एक्सपर्ट एवम उनकी टीम को अपने पास बुलाने का इंतज़ाम भी करने को कह दिया है।
कोरोना काल में चुनाव आयोग की सख्ती की वजह से आईटी एक्सपर्ट की मांग बढ़ गई है। कम समय में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए प्रत्याशी और पार्टियां अब आईटी एक्सपर्ट की मदद ले रही है। स्थानीय आईटी कंपनियों के साथ ही महानगरों में विभिन्न प्रकार के प्रमोशन करने वाली कंपनियों से संपर्क साध रहे है। इन कंपनियों की टीम पार्टियों से डील कर रही है।
विधानसभावार तैयार करवा रहे पेज।
प्रत्याशी और पार्टियां अब सोशल मीडिया पर विधानसभावार अपने पेज तैयार करवा रहे हैं। इससे उन्हें अपने क्षेत्र में इंटरनेट मीडिया से प्रचार करने में आसानी होगी ।
दोगुना हुआ खर्च।
डोमेन, एसएमएस, वीडियो मैसेज, वाइस कॉल और इंटरनेट पैकेज महंगे होने के कारण आईटी एक्सपर्ट ने अपने पैकेज भी बढ़ा दिए हैं। 2015 के चुनाव के दौरान वेबसाइट के लिए इंटरनेट पर जो डोमेन 600 में मिलता था , उसके रेट अब एक हजार रुपए से अधिक हो गए हैं