आम रस से किया गया अमृताभिषेक।
श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य जयंती महोत्सव संपन्न।
इंदौर। वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि,विद्वतजनों द्वारा स्तोत्र पाठ के स्वर और भक्तों के जय रामानुज, जय रामानुज के जयघोष के बीच आद्रा नक्षत्र में शेषावतार श्री रामानुजाचार्य स्वामी का जयंती महोत्सव श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में मनाया गया।नागोरिया पीठाधिपति स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के मंगला शासन में सम्पन्न हुए इस महोत्सव के तहत श्री रामानुज स्वामी का आम रस के साथ ही रजत कलशों में दूध, दही, हल्दी, शकर घी, शहद, इत्र,आँवला, अरीठा,फलों के रस ,सप्त नदियों के जल औषधियों की सहस्त्रधार से अभिषेक किया गया।इस मौके पर पुजारी द्वारा यजमान को संकल्प दिलाकर रजत कलशों का पूजन कराया गया वहीं, रामानुज स्वामी को हल्दी लगाई गयी।श्रृंगार व आरती के बाद
गुलाब मोगरे के पुष्पों से 1008 नामो से अर्चना की गई और अभिषेक के जल से सभी को शुद्ध किया गया।
स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज का सभी ने इस अवसर पर चरण पूजन किया।
रजत रथ पर निकली रामानुज स्वामी की शोभायात्रा।
मीडिया प्रभारी पंकज तोतला ने बताया कि रजत रथ पर रामानुज स्वामी की शोभयात्रा निकली। जैसे ही स्वामीजी की सवारी निकली, जय रामानुज, जय रामानुज के जयघोष से मंदिर परिसर गूंज उठा। वेद पाठी बालकों द्वारा सुमंगल पाठ, अल्वन्दार स्तोत्र,वेंकटेश स्तोत्र,गुरु परंपरा का वाचन किया गया, कपूर आरती की गई और रामानुज स्वामी के भजन पेश किए गए।
झूमते – गाते श्रद्धालु भक्तिमय उल्लास का अलौकिक मंजर पेश कर रहे थे। अंत में रामानुज स्वामी की आरती और प्रसाद वितरण के साथ जयंती महोत्सव का समापन हुआ।