इंदौर : अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था की चुनौतीपूर्ण ड्यूटी के साथ पुलिस अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने में भी पीछे नहीं रहती। इसी क्रम में इंदौर पुलिस ने एक निराश्रित बुजुर्ग महिला की मदद कर मानवता का परिचय दिया।
बताया जाता है कि देर रात रावजी बाजार थाना प्रभारी सविता चौधरी को एक बुजुर्ग महिला मिली, जो भूखी प्यासी रात के वक्त घूम रही थी। उन्होने अपनी गाड़ी रुकवाकर बुजुर्ग महिला से बात कर उनकी परेशानी जानने की कोशिश की तो महिला की आंखें भर आईं । पल्सीकर क्षेत्र में मिली इस निराश्रित बुजुर्ग महिला ने अपना नाम दया/माया/ दामोदर देसाई व अहमदनगर महाराष्ट्र की निवासी होना बताया। महिला के बताने पर रात्रि में ही थाना आजाद नगर क्षेत्र में रहने वाली उसकी नातिन के निवास स्थान पर उसे ले जाया गया। थोड़ी देर रुकने के बाद थाना प्रभारी समझ सविता चौधरी समझ गई की पारिवारिक कलह के चलते बुजुर्ग महिला ने खुद ही घर त्याग दिया है। रात अधिक होने की वजह से थाने के पास बने नगर निगम द्वारा संचालित रैन बसेरे में महिला के रात्रि विश्राम की व्यवस्था करवाई गई। शनिवार दोपहर महिला की काउंसलिंग भी कराई गई। काउंसलर राजश्री पाठक ने बताया कि फिलहाल बुजुर्ग महिला इंदौर के आजाद नगर में अपनी नातिन के साथ रह रही थी, पारिवारिक कारणों के चलते बुजुर्ग महिला को दामाद ने घर से बाहर निकाल दिया ।
टीआई को बेटी कहा और छलक पड़े आंसू।
काउंसलिंग के दौरान बुजुर्ग महिला टी. आई. के गले मिली और उन्हें अपनी बेटी कहा। इस दौरान उसकी आँखों से आँसू छलक पड़े। टी. आई. ने भी अपना फर्ज निभाते हुए कहा कि इनको वृद्धाश्रम में भेजने के बाद भी इनका ख्याल रखूंगी। थाना प्रभारी ने कहा कि कांउंसलिंग के बाद बुजुर्ग महिला को उचित वृद्धा आश्रम मैं भेजा जाएगा साथ ही इनके रहने की व्यवस्था की जाएगी। आने वाले समय में बुजुर्ग महिला को कोई समस्या ना हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा।