इंदौर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, भारत सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत का तर्क है कि इंदौर व मालवा निमाड़ से जुड़ी कतिपय रेल परियोजनाओं के लिए धन का आवंटन भले ही कम हुआ हो पर इससे ये परियोजनाएं जिंदा रहेंगी। जैसे- जैसे इनपर काम होगा, आवंटन भी बढ़ता जाएगा। श्री गहलोत भाजपा कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से बजट पर चर्चा करते हुए उनके सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इंदौर- उज्जैन रेल लाइन के दोहरीकरण सहित अन्य परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन बढ़ाने को लेकर वे रेलमंत्री पीयूष गोयल से चर्चा करेंगे।
किसान आंदोलन केवल दो राज्यों तक सीमित।
एक सवाल के जवाब में मंत्री गहलोत ने कहा कि दिल्ली सीमा पर चल रहे आंदोलन को देश के किसानों का समर्थन नहीं है। यह केवल पंजाब, हरियाणा और पश्चिम यूपी के कुछ किसानों का आंदोलन बनकर रह गया है। मंत्री गेहलोत ने जोर देकर कहा कि नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं। इनसे किसानों की आय दुगुनी करने में मदद मिलेगी।
पेट्रोल- डीजल पर कृषि उपकर लगाए जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री गेहलोत का कहना था की इससे कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। अटलजी की सरकार में भी उपकर लगाया गया था।
“आत्मनिर्भर भारत का बजट”
इसके पूर्व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर केंद्रीय मंत्री गहलोत ने अपनी बात रखी। उनका कहना था कि यह बजट प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मजबूत अर्थव्यवस्था का आधार बरकरार रखकर बनाया गया है।
उनके मुताबिक यह बजट नए दशक का पहला बजट है, जो डिजिटल रूप में पेश हुआ। अभी तक केवल 3 बार ऐसा हुआ है जब अर्थव्यवस्था में संकुचन के बाद बजट आया है, इस बार हमारी अर्थव्यवस्था में संकुचन वैश्विक महामारी की वजह से हुआ। यह बजट हमारी अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने और रफ्तार पकड़ने के लिए अवसर उपलब्ध कराता है। बजट के दिल में गांव, किसान एवं आत्मनिर्भर भारत को मजबूती मिलने की व्यवस्था है।
बजट में कृषि के लिए ऐतिहासिक प्रबंधन करते हुए किसानों की आय को दोगुना करना, सुदृढ़ अधोसंरचना, स्वस्थ भारत, सुशासन, युवाओं के लिए अवसर, सभी के लिए शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और समावेशी विकास के संकल्प को और सशक्त किया गया है।
प्रेसवार्ता में श्री गहलोत के साथ सांसद शंकर लालवानी, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, जिला अध्यक्ष डॉ राजेश सोनकर, प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा एवं मीडिया प्रभारी देवकीनंदन तिवारी उपस्थित थे।