इंदौर: राष्ट्रसेविका समिति की संस्थापक लक्ष्मीबाई केलकर के जीवन चरित्र पर लिखी गई मूल मराठी पुस्तक के हिंदी अनुवाद ‘स्त्री शक्ति का साक्षात्कार’ का विमोचन बुधवार को किया गया। इंदौर प्रेस क्लब के सभागार में आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह की मुख्य अतिथि जयश्री पिंगले थी। राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का और देवी अहिल्या सेवा न्यास की अध्यक्ष भारती कुशवाह भी इस दौरान मौजूद रही। अतिथियों ने पुस्तक के विमोचन के साथ लक्ष्मीबाई केलकर के जीवन कार्यों पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि जयश्री पिंगले ने कहा कि राष्ट्रसेविका समिति से उनका भावनात्मक जुड़ाव रहा है। बहुत कम लोगों को ये पता है कि आरएसएस की महिला शाखा है राष्ट्रसेविका समिति। जयश्री जी ने कहा कि एक बार राहुल गांधी ने तंज कसा था कि आरएसएस में महिलाओं के लिए कोई स्थान नहीं है तब बतौर एक पत्रकार उन्होंने ये बात सामने लाई थी कि राष्ट्रसेविका समिति आरएसएस की महिला विंग के रूप में ही काम करती है। जयश्री जी ने कहा लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और विधायक उषा ठाकुर राष्ट्रसेविका समिति जैसे संगठन की ही देन है।
राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का ने अपने उदबोधन में कहा कि लक्ष्मीबाई केलकर ने अपना पूरा जीवन समाज और राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया। समर्थ नारी से समर्थ राष्ट्र का निर्माण होता है, इस बात को उन्होंने लोगों तक पहुंचाया। समाज को दिशा देने का काम उन्होंने किया। सामाजिक समरसता को उन्होंने बढ़ावा दिया। लक्ष्मीबाई केलकर की जीवनी से लोगों को प्रेरणा मिलती है और उनमें राष्ट्रभक्ति के संस्कार जाग्रत होते हैं।
इस मौके पर पुस्तक के अनुवादक अरविंद जवलेकर का शॉल- श्रीफल और 11हजार की सम्मान राशि भेंट कर अभिनंदन किया गया। श्री जवलेकर ने सम्मान राशि देवी अहिल्या सेवा न्यास को लौटाते हुए सम्मान के प्रति कृतज्ञता जताई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने लक्ष्मीबाई केलकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के साथ दीप प्रज्ज्वलन किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना श्रुति केलकर ने रखी। विमोचित पुस्तक के बारे में जानकारी विजया शर्मा ने दी। कार्यक्रम का संचालन रेणुका पिंगले ने किया। आभार मीना ताई आगाशे ने माना।
लक्ष्मीबाई केलकर की जीवनी से लोगों को प्रेरणा मिलती है- शांता अक्का
Last Updated: February 6, 2019 " 03:16 pm"
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