मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीसी के जरिए दिए निर्देश।
लाडली बहना सहित महिला सशक्तिकरण से जुड़ी किसी भी योजना को बंद नहीं किए जाने का दिया भरोसा।
तमाम अटकलों पर लगाया विराम।
प्रदेश में 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण पर आधारित होंगे विभिन्न कार्यक्रम।
मकर संक्रान्ति पर्व के दौरान भी विभिन्न आयोजन होंगे।
अवैध बाल संरक्षण गृहों पर सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उक्त आयोजनों की कार्ययोजना बनाने के वी.सी. के जरिए दिए निर्देश।
इंदौर : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में छात्राओं, व महिलाओं के लिए लाडली बहना सहित कई योजनाएं चलाई जा रही थीं, उनकी जगह डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद इन योजनाओं के बंद होने की आशंकाएं जताई जा रहीं थीं। लाडली बहना को लेकर तो ये चर्चाएं जोरों पर थी की ये योजना बरकरार रहेगी या नहीं। बहनों को भी ये चिंता सता रही थी कि इस माह उनके खाते में रुपए आएंगे भी या नहीं, लेकिन मुख्यमंत्री यादव ने इंदौर प्रवास पर साफ कर दिया कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीब, युवा, किसान और महिला सशक्तिकरण के एजेंडे पर काम कर रही है। पूर्व में महिलाओं के लिए संचालित किसी भी योजना को बंद नहीं किया जा रहा है। लाडली बहनाआें के खाते में 10 जनवरी को राशि डाल दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए युवा दिवस, मकर संक्रान्ति और लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर इंदौर से जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और भोपाल से मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा सहित सचिवालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस अवसर पर बताया गया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में बहनों के खातों में 10 जनवरी को राशि अंतरित की जाएगी। पूरे प्रदेश में 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मकर संक्रान्ति पर्व के दौरान भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। युवा दिवस के अवसर पर 12 जनवरी को भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इन कार्यक्रमों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण पर आधारित कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी जाए।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि युवा दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश में युवाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके सांस्कृतिक अवदानों के बारे में परिचर्चाएं, निबंध लेखन, संभाषण और गोष्ठियां आयोजित की जाएं। समाज में स्वामी विवेकानंद विचारों का सामाजिक संगठनों के माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में आगामी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम के बारे में भी चर्चा की गई।
मकर संक्रांति पर परंपरागत खेलों को बढ़ावा मिले।
वीसी बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी भारतीय परम्परा में मकर संक्रान्ति पर्व का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य उत्तरायण की ओर जाता है। इस पर्व का जहाँ एक ओर धार्मिक महत्व है वहीं दूसरी ओर उसका वैज्ञानिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रान्ति पर्व पर परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। साथ ही युवाओं को मकर संक्रान्ति के वैज्ञानिक महत्व से भी अवगत करवाया जाए। इन कार्यक्रमों में वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जाए। भजन मण्डलियों को भी कार्यक्रम में शामिल करें। उन्होंने पतंगबाजी सहित अन्य देशी खेलों के आयोजन के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पतंगबाजी में चायना डोर के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए।
अवैध बाल संरक्षण गृहों पर हो सख्त कार्रवाई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में कोई भी अवैध बाल संरक्षण गृह संचालित नहीं हो। अवैध बाल संरक्षण गृह पाये जाने पर उन्होंने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इसके लिये सतत निरीक्षण भी करते रहें।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में इंदौर से महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, अनुसूचित जाति वित विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, श्रीमती मालिनी गौड़ तथा गोलू शुक्ला, गौरव रणदिवे, घनश्याम नारोलिया, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, इंदौर कमिश्नर मालसिंह, पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।