इंदौर – दाहोद रेल परियोजना के टीही से धार सेक्शन में तेजी से चल रहा काम।
अंतिम चरण में पहुंचा टीही टनल का कार्य।
पीथमपुर, सागौर, गुणावद और धार स्टेशनों का आधे से अधिक कार्य हुआ पूरा।
इंदौर : 16 वर्षों से लंबित इंदौर – दाहोद रेल परियोजना पर अब तेजी से काम किया जा रहा है। इस परियोजना का शिलान्यास 2008 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया था। उससमय इसे 2012 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था पर बजट आवंटन के अभाव में इसका काम आगे नहीं बढ़ पाया। एक समय तो यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई थी लेकिन बीते दो – तीन वर्षों में बड़ी राशि का आवंटन होने से इसके काम में तेजी आई है। 204 किमी की इस परियोजना में इंदौर से टीही और दाहोद से कटवारा सेक्शन में काम पूरा हो चुका है। फिलहाल टीही से सागौर – गुणावद – धार सेक्शन में तेज गति से काम हो रहा है। रेलवे अधिकारियों ने पत्रकारों के दल को टीही से धार तक के सेक्शन का भ्रमण करवाकर इस परियोजना की प्रगति का अवलोकन करवाया। रेलवे के रतलाम मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना और उप मुख्य अभियंता निर्माण दिनेश मीना पत्रकारों को कार्य की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मई – 2025 तक इस सेक्शन में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
टीही टनल का कार्य अंतिम चरण में।
इंदौर से टीही पहुंचने के बाद पत्रकारों के दल को टीही स्टेशन के आगे बिछाए गए ट्रैक का अवलोकन करवाया गया। बताया गया कि टीही से पीथमपुर के बीच 8.3 किमी व उसके आगे सागौर तक पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। यहां से सभी टीही टनल पर पहुंचे। बकायदा सुरक्षा उपकरण धारण करवाकर पत्रकारों को टनल का अवलोकन करवाया गया। लगभग तीन किमी की इस टनल का कंक्रीट वर्क पूरा हो चुका है। पटरी बिछाने के लिए बेस भी तैयार कर दिया गया है। फिलहाल पानी का रिसाव रोकने के लिए टनल की दीवारों पर वाटरप्रूफिंग मेम्ब्रेन लगाई जा रही है। पानी का रिसाव होता भी है तो उसकी निकासी का प्रबंध भी किया गया है। बताया गया कि टनल का कार्य मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
सागौर में स्टेशन का निर्माण जारी।
रेलवे अधिकारियों के साथ पत्रकारों का दल इसके बाद सागौर पहुंचा। यहां दो मंजिला स्टेशन भवन बनाया जा रहा है। इसी के साथ तीन प्लेटफार्म का निर्माण भी चल रहा है। दो प्लेटफार्म पेसेंजर ट्रेनों के लिये रहेंगे जबकि तीसरा माल लोडिंग अनलोडिंग के लिये होगा। सागौर रेलवे स्टेशन से करीब तीन किमी दूरी पर लाजिस्टिक पार्क आकार ले रहा है। स्टेशन से उक्त पार्क तक भी रेल लाइन बिछाई जा रही है।
धार के लोगों का ट्रेन में बैठने का सपना जल्द होगा पूरा..!
सागौर से रेलवे अधिकारियों के साथ पत्रकारों का काफिला मार्ग में चल रहे कार्य का जायजा लेते हुए धार पहुंचा। बताया गया कि सागौर से गुणावद और गुणावद से धार के बीच भी रेल लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। गुणावद में भी स्टेशन भवन आकार ले रहा है। मार्ग में बन रहे आरओबी व अंडरपास के काम की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सागौर से आगे सुलावट और कुछ अन्य स्थानों पर हाइटेंशन लाइन गुजरने के कारण आरओबी व ट्रैक के काम में बाधा आ रही है। विद्युत कंपनी को इस बात से अवगत कराया गया है। धार रेलवे स्टेशन का काम भी प्रगति पर है। दो मंजिला इस भवन में यात्री प्रतीक्षालय सहित तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। यहां कुल चार पलेटफार्म बनाए जा रहे हैं जिनमें तीन यात्री ट्रेनों और एक माल लदान के लिये होगा। सभी प्लेटफार्म एक्सलरेटर, लिफ्ट, पेयजल, वाशरुम जैसी सुविधाओं से युक्त होंगे। स्टेशन के बाहर एप्रोच रोड व पार्किंग एरिया भी विकसित किया जा रहा है।
धार स्टेशन और यहां चल रहे कार्यों का अवलोकन करने के बाद पत्रकारों का दल वापस इंदौर लौट आया। ये बात जरूर है की इंदौर – दाहोद रेल परियोजना पर जिस गति से काम चल रहा है, उससे ये उम्मीद बंध गई है की आजादी के 77 बरस बाद भी रेल सुविधा से वंचित रहे धार – झाबुआ क्षेत्र के निवासियों को शीघ्र ही रेल में सफर करने का मौका मिल सकेगा।