पर्यटक पालपुर कुनो में फरवरी माह से कर सकेंगे चीता दर्शन- मुख्यमंत्री चौहान।
मुख्यमंत्री के साथ द्वितीय सत्र में प्रवासी भारतीयों और इन्वेस्टर्स ने की चर्चा, निवेश के कई प्रस्ताव दिए।
इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब चीता राज्य भी है। पालपुर कुनो में अफ्रीका से चीते लाकर बसाए गए हैं। वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के क्षेत्र में स्थानीय निवासियों को विभिन्न कार्यों से रोजगार मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा। पालपुर कुनो में विशेष पिछड़ी जनजाति सहरिया के निर्धन भाईयों-बहनों को पर्यटन से रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की व्यापक संभावनाएँ हैं। इंदौर और भोपाल के अलावा अन्य नगर भी होटल उद्योग के विकास, पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और वन्य प्राणी दर्शन के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाएं जुटाने का केन्द्र बन रहे हैं। फरवरी माह से पालपुर कुनो में पर्यटकों को चीता देखने की सुविधा मिलने लगेगी। इस क्षेत्र की जलवायु और वातावरण चीतों को रास आ गया है। चीतों की संख्या में भी वृद्धि होगी और पर्यटकों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाकर इस क्षेत्र के पर्यटन महत्व को बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
वैलनेस टूरिज्म को देंगे बढ़ावा।
मुख्यमंत्री चौहान ने ओयो रूम्स के श्री रितेश अग्रवाल से चर्चा के दौरान कहा कि कम्पनी द्वारा बड़े निवेश की दशा में कस्टमाइज्ड पैकेज की सुविधा और होम स्टे एवं वैलनेस टूरिज्म के लिए नीति के अनुसार बढ़ावा देने का कार्य किया जाएगा। कम्पनी द्वारा शिवगंगा परियोजना में भी भागीदारी की जा रही है। मध्यप्रदेश में ओयो रूम्स को बजट एवं बुटीक होटल स्थापित करने और कम प्रसिद्ध गंतव्य स्थलों में ग्रामीण होम स्टे की प्रस्तावों पर पूरा सहयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान प्रवासी भारतीय दिवस के प्रथम दिन द्वितीय सत्र में प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने खाद्य प्रसंस्करण और भंडारण क्षेत्र की खूबियां बताईं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वे प्रति सप्ताह उद्योगपतियों से मिलते हैं। फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में भी निवेश के लिए उद्योगपति आगे आ रहे हैं। मध्यप्रदेश के मिलेट ज्वार, बाजरा के अलावा अनेक आर्गेनिक उत्पाद सरसों, लहसुन, संतरा, अदरक, टमाटर बाजार में अलग पहचान रखते हैं। मालवा क्षेत्र का एक कली वाला लहसुन लोकप्रिय रहा है। मध्यप्रदेश से शरबती गेहूँ के निर्यात में वृद्धि हो रही है। लॉजिस्टिक क्षेत्र में मध्यप्रदेश हब बन रहा है। इन सेक्टर्स में नवीन निवेशकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सिंगापुर के सहयोग से हेल्थ केयर इनोवेशन कॉरिडोर की पहल।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से स्वीकृतियां प्रदान की जाती हैं। मुख्यमंत्री चौहान से सिंगापुर के गोविंदा होल्डिंग्स के अध्यक्ष डॉ. आनंद गोविंदलुरी ने भेंट कर जानकारी दी कि वे स्वास्थ्य एवं बायोटेक निवेशक हैं। उनके द्वारा करीब दो दर्जन कम्पनियों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें दो यूनिकॉर्न भी शामिल हैं। कम्पनी द्वारा उद्यमिता में शिक्षा एवं उद्यम निवेश, फार्मा सेक्टर में सप्लाई चैन का व्यवसाय किया जाता है। कोरोना महामारी से यह सबक मिला कि हेल्थ प्रिवेंशन को प्राथमिकता दी जाए। मप्र में एक हेल्थ केयर इनोवेशन कॉरिडोर बन सकता है। सिंगापुर की यह कम्पनी महाराष्ट्र और गोवा में निवेश कर चुकी है। बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही खिलौनों से शिक्षा देने और एमएसएमई सेक्टर में इंदौर में सिग्नेचर बिल्डिंग बनाने की उनकी मंशा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना के बाद इस क्षेत्र में सिंगापुर की कम्पनी का सहयोग लेकर निवेश प्रोत्साहित किया जाएगा। राज्य सरकार इस कार्य में पूरा सहयोग करेगी।
कुआलालंपुर एंड सेलंगोर इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री का प्रस्ताव।
कुआलालंपुर एंड सेलंगोर इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष श्रीनिवास रागवान ने मुख्यमंत्री चौहान से भेंटकर कम्पनी द्वारा किए जा रहे व्यापार का विवरण दिया। कुआलालंपुर एंड सेलंगोर इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स मलेशियाई भारतीय समुदाय के विभिन्न औद्योगिक और व्यापार से जुड़े हितों के लिए कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मलेशियन कम्पनी को मध्यप्रदेश् में इलेक्ट्रानिक्स, सेमीकंडक्टर्स, चिकित्सा उपकरण, फार्मा सेक्टर, दूरसंचार उत्पाद और पेट्रो केमिकल्स आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए आवश्यक सहयोग दिया जाएगा।
अपाचे पॉलीमर्स का 110 करोड़ रूपए का प्रस्ताव।
मुख्यमंत्री चौहान से कैलिफोर्निया यूएसए के उद्यमी संजय गोयल ने भेंट कर इंदौर के पास पॉलीमर कम्पाउंडिंग मैन्युफैक्चरिंग इकाई लगाने के प्रस्ताव की जानकारी दी। इस इकाई में 110 करोड़ रूपए की राशि का प्रस्तावित निवेश होगा और 300 से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। विभिन्न पेटेंट टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स पर अपाचे पॉलीमर्स द्वारा कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने इस औद्योगिक संस्थान को राज्य सरकार की ओर से आवश्यक सुविधाएं देने के लिए आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री चौहान से मॉस्को से पधारे स्टार ओवरसीज पीटीई लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अतुल उपाध्याय ने भी भेंट की। कम्पनी द्वारा इलेक्ट्रिक बस, ट्रॉली बस और ट्रामवे आदि की आपूर्ति और निर्माण का कार्य किया जाता है। मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश में कार्य की संभावनाओं की पड़ताल कर कम्पनी से सहयोग लेने की बात कही। मुख्यमंत्री से वायएमआरएम ग्रुप के हितेश भवनानी ने भेंट कर टेक्सटाइल क्षेत्र में किए जा रहे कार्य की जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान को बताया गया कि कम्पनी द्वारा टेक्सटाइल मॉल के संचालन और एक पॉपुलर टेक्सटाइल रिटेलर ब्रांड विभिन्न देशों में प्रचलित होने की उपलब्धि प्राप्त की गई है। मध्यप्रदेश में निवेश के लिए कम्पनी इच्छुक है। मुख्यमंत्री चौहान से वॉशिंगटन में बसे दतिया क्षेत्र के उद्यमी संजय त्रिपाठी ने भेंटकर बताया कि वे दो कम्पनियों का संचालन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, वर्क फॉर होम, डिजीटल मार्केटिंग जैसे कार्यों के लिए बैक एंड ऑफिस सपोर्ट के लिए कार्य करना चाहते हैं। इसी तरह अरेबिया ग्रुप के प्रतिनिधियों ने भी निवेश प्रस्तावों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री चौहान से निवेशकों की भेंट के अवसर पर दोनों सत्रों में मंत्रीगण भी उपस्थित थे। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव मनीष सिंह, राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक मनीष सिंह, उद्योग आयुक्त पी. नरहरि और अन्य अधिकारी भी चर्चा के दौरान उपस्थित थे।