इंदौर : वुमंस प्रेस क्लब मध्य प्रदेश द्धारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 8 वे शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित गया। इस अवसर पर अपने प्रतिभा कौशल से सफलता की कहानी लिखने वाली 11 आदिवासी महिलाओं व महिला पत्रकारों को शक्ति सम्मान से नवाजा गया। सांसद शंकर लालवानी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।बीजेपी की महामंत्री कविता पाटीदार, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दिव्या गुप्ता, पूर्व विधायक जीतू जिराती, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. जयराम शुक्ल और आयुषी देशमुख ने कार्यक्रम में विशेष अतिथि के बतौर शिरकत की।
महिलाओं को लेकर न हों दोहरे मापदंड।
समारोह में अपने विचार रखते हुए मुख्य वक्ता, पूर्व अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे यहां महिलाओं को शक्ति स्वरूपा माना गया है। एक तरफ उनकी पूजा होती है वही दूसरी तरफ जन्म के पहले ही कन्या भ्रूण हत्या कर दी जाती है। ये दोहरा मापदंड बंद होना चाहिए।
बीजेपी ने दिए महिलाओं को दिए आगे बढ़ने के अवसर।
इस मौके पर जीतू जिराती ने कहा कि भाजपा ने महिलाओं को आगे बढ़ने के भरपूर अवसर दिए। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पद्मभूषण सुमित्रा महाजन से लेकर पूर्व महापौर मालिनी गौड़ तक ऐसी महिलाओं की लंबी श्रृंखला है।उन्होंने आगे कहा कि हम लड़कियों को शिक्षित करे खासकर गांव की, ताकि उनका सशक्तिकरण हो सके।
महिला आरक्षण बिल को मिले कानूनी शक्ल।
डॉ. जयराम शुक्ल ने कहा कि पत्रकारिता में उच्च पदों पर महिला पत्रकार और संपादकों की संख्या गिनी चुनी है। हिंदी पत्रकारिता में उन्हें उतना सम्मान नही मिलता जितना अंग्रेजी पत्रकारिता में नसीब होता है। महिला आरक्षण बिल को बने एक दशक हो गया लेकिन वह कानून की शक्ल नही ले पाया।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने की जरूरत।
डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि जो महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सशक्त करने की अधिक जरूरत है। जिस दिन हमने लड़कियों को शिक्षित और लड़कों को संस्कारित कर दिया, उस दिन समाज की कई समस्याएं दूर हो जाएंगी।
कविता पाटीदार ने कहा कि महिलाओं के सशक्त होने से भारत ताकतवर बनेगा।
महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना मकसद।
वूमंस प्रेस क्लब की अध्यक्ष शीतल रॉय ने कहा कि हमारा मकसद महिलाओं को आगे लाना और समाज के सामने एक रोल मॉडल प्रस्तुत करना है ताकि दूसरे भी उनसे प्रेरणा ले। इसी को मद्देनजर रख यह आयोजन आठ वर्षो से किया जा रहा है।
11 आदिवासी महिलाओं को दिया शक्ति अवार्ड।
इस बार अपने हुनर के दम पर सफलता की कहानी लिखने वाली 11 आदिवासी महिलाओं को शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया।साथ ही विविध क्षेत्रों में सेवारत और मीडिया से जुड़ी महिला पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया।
इनका किया गया सम्मान।
उपमिता वाजपेई,शुभांगी मिश्रा,नीलम गुर्वे,श्वेता श्रावस्ती, सविता तिवारी,आरती परिहार,मोहिनी वर्मा,रजनी खेतान,वंदना जोशी,निधि जैन,श्रद्धा बुंदेला,नेहा परिहार,सूचिका जायसवाल,सीमा शर्मा,अलका सोनकर,साधना तोड़ी,डॉ. अनीता वैष्णव, डॉ. विनीता कोठारी, फोजिया शेख, अनिला पाराशर,आकृति मेहरा,बबिता अग्रवाल,तृप्ति बैरागी,ममता शर्मा,नीलिमा गुप्ता, डॉ. वंदना मिश्र,आरती मेहरा,आशी चौहान,मोनिका शर्मा,शीतल अग्रवाल,योगिता शर्मा,सीमा वास्कले, सुश्री देवड़ा,चंदा बाबू,दीपिका चंद्रावत,श्रीमणि नलवाया,रामला हटीला और शांता भगत।
कार्यक्रम में अतिथि स्वागत शीतल रॉय,ऋतु साहू,शिखा शर्मा ,सरिता शर्मा ने किया,।प्रतीक चिन्ह ऋतु साहू और शीतल रॉय ने प्रदान किए।संचालन सुनयना शर्मा ने किया और आभार सरिता शर्मा ने माना।
कार्यक्रम में पत्रकार प्रवीण खारीवाल, महेद्र सोनगिरा, पीयूष पारे,प्रियंका शर्मा, मुकेश तिवारी, चंद्रशेखर शर्मा,पीयूष भट्ट सहित बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी एवम गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।