कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों दीपकों की रोशनी से जगमगाया समूचा देवस्थान।
प्रभु वेंकटेश की महाआरती की गई।
भक्तों के साथ दीपावली मनाने प्रभु धरा पर पधारे।
घी व तेल के दिपो से किया श्रद्धालुओं ने दीपदान।
इंदौर : देव दीपावली के रूप में मनाई जाने वाली कार्तिक पूर्णिमा पर श्री लक्ष्मी – वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में हर्षोल्लास के साथ दीपोत्सव मनाया गया। इस दौरान हजारों दीयों की रोशनी में देवस्थान जगमगा उठा। दीयों की ज्योति में सजे धजे प्रभु वेंकटेश के मनोहारी दर्शन,वेदों और मंत्रो का उच्चारण,श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा गोविंदा – गोविंदा का जयघोष देख -सुनकर ऐसा लग रहा था मानों स्वयं प्रभु वेंकटेश देव दीपावली मनाने धरा पर उतर आए हों।
कार्तिक पूर्णिमा याने देव दीपावली पर समूचे वेंकटेश देवस्थान में हजारों दीये रोशन किए गए। पूरा मंदिर परिसर दीयों की रोशनाईं से जगमगा रहा था। बड़ी संख्या में पधारे श्रद्धालुओं ने भी ठाकुर जी के समक्ष दीपदान कर पुण्य लाभ लिया।
प्रचार प्रमुख पंकज तोतला ने बताया कि इस अवसर पर भजनों की मधुर प्रस्तुति दी गयी। देवस्थान में दीपों के जरिए ही भव्य रंगोली का निर्माण किया गया था।
पट खुलते ही की गई महाआरती।
वेंकटरमण गोविन्दा श्री निवासा गोविन्दा की नाम जप परिक्रमा भक्तो द्वारा की गई।इसके बाद प्रभु वेंकटेश की महाआरती की गई।
श्रीमदजगदगुरु रामानुजचार्य नागोरिया पीठाधिपति स्वामी श्री विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज ने इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को दीपोत्सव की बधाई दी।
महाआरती के बाद प्रभु की सहस्त्र नामों से अर्चना की गई।सभी भक्तों ने परिक्रमा कर गोविंदा गोविंदा का जय घोष किया। अंत में जोरदार आतिशबाजी भी की गई।