भोपाल : राजनीतिक दलों और राजनीतिज्ञों को हवा का रुख देखकर अपना रुख बदलते देर नहीं लगती। कांग्रेस और उसके नेता सुप्रीम कोर्ट में प्रभु श्रीराम और रामसेतु को काल्पनिक बताते रहे। राम मंदिर पर फैसला टालने की हरसंभव कोशिश करते रहे। उसी कांग्रेस पार्टी की सोच में आया बदलाव हैरत में डालने वाला था। बुधवार को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के भूमिपूजन से जुड़ी जनभावना को देखते हुए कांग्रेस ने पलटी मारने में देरी नहीं की। यहां तक कि उसने राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने का श्रेय भी स्व. राजीव गांधी को दिया।
कांग्रेस कार्यालय में मनाया दीपोत्सव।
बुधवार को राम मंदिर के शिलान्यास का स्वागत करने के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दीपोत्सव मनाया गया। मुख्यद्वार पर भगवान श्रीराम की तस्वीर के सामने दीप प्रज्वलित कर पूर्व सीएम कमलनाथ ने दीपोत्सव का शुभारम्भ किया।
उन्होंने भगवान श्रीराम का पूजन कर आरती की।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को भव्य तरीके से सजाया गया। रंगारंग आतिशबाजी भी की गयी। पूरे कार्यालय को रंगबिरंगी रोशनी से सजाया गया। इस अवसर पर बैंड की धुन पर मधुर संगीतमय भजनो की प्रस्तुति दी गई। पूरा कांग्रेस कार्यालय जय-जय श्रीराम के नारों से गूंजता रहा।
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, नर्मदा प्रसाद प्रजापति, सज्जन वर्मा, विजयलक्ष्मी साधो, चंद्रप्रभाष शेखर, प्रकाश जैन, राजीव सिंह, भूपेन्द्र गुप्ता , मांडवी चौहान, राजकुमार पटेल, अभय दुबे, जे.पी. धनोपिया, रवि सक्सेना, दुर्गेश शर्मा, विवेक त्रिपाठी सहित अनेक कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।