इंदौर : उस्मान पटेल के बाद बीजेपी के एक और स्थानीय नेता के पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने की चर्चाओं ने बीजेपी में हड़कम्प मचा दिया है। क्षेत्र क्रमांक चार से ताल्लुक रखने वाले इस नेता का नाम है शंकर यादव। पूर्व महापौर मालिनी गौड़ के खेमें के इस दमदार नेता की बीजेपी छोड़ने को लेकर खुद मालिनी गौड़ और नगर अध्यक्ष गोपी नेमा से पत्रकारों ने सवाल किए तो वे गोलमोल जवाब देते नजर आए। उनका ये भी कहना था कि शंकर यादव के बीजेपी छोड़ने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। श्री यादव ने उनसे इस बारे में सम्पर्क नहीं किया है। हालांकि श्रीमती गौड़ और श्री नेमा इस बात से इनकार भी नहीं कर रहे थे कि शंकर यादव पार्टी छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस बीजेपी नेताओं पर बना रही है दबाव।
बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि वह बीजेपी नेता व कार्यकर्ताओं पर दबाव- प्रभाव का इस्तेमाल कर उन्हें पाला बदलने पर मजबूर कर रही है। श्री नेमा से जब पूछा गया कि बीजेपी से किनारा कर रहे उसके नेता कहीं पार्टी में अपनी अनदेखी से नाराज होकर तो यह निर्णय नहीं ले रहे हैं, इस पर श्री नेमा कोई तर्कसंगत जवाब नहीं दे पाए।
पारिवारिक कारणों से छोड़ रहे बीजेपी..!
विधायक मालिनी गौड़ से जब पत्रकारों ने शंकर यादव को लेकर प्रश्नों की बौछार की तो वे बोल गई कि पारिवारिक कारणों के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया होगा क्योंकि उनके दो भाई जेल में हैं। हालांकि प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने तुरंत बात संभालते हुए कहा कि फिलहाल शंकर यादव के बीजेपी छोड़ने के बारे में संगठन के पास कोई सूचना नहीं है।जब भी ऐसी कोई बात होगी उसके बाद ही पार्टी की ओर से अधिकृत वक्तव्य दिया जाएगा। पत्रकारों के बढ़ते सवालों के बीच श्री नेमा, मालिनी गौड़ और सांसद लालवानी ने पलायन करना ही उचित समझा।