इंदौर : शहीद लाला हुकमचंद फकीरचंद जैन के 164 वें बलिदान दिवस पर सांसद शंकर लालवानी ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर सांसद लालवानी ने कहा कि शहीदों के त्याग व बलिदान के कारण ही यह देश आजादी का अमृत महोत्सव (75वर्ष) मना रहा है। हम उनके बलिदान को सदैव याद रखें। शहीद लाला हुकमचंद फकीरचंद जैन का क्रांतिकारी इतिहास मध्यप्रदेश शासन एवं भारत सरकार के विभिन्न पाठ्यक्रमों, शहीदों के इतिहास में शामिल करवाने हेतु प्रयत्नशील हूँ। इन्दौर व मालवा के शहीद क्रांतिकारियों को उचित सम्मान मिले, यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर विशेष अतिथि शहर काजी इशरतअली ने कहा कि आजादी के आंदोलन में सभी धर्म, वर्ग ने एकता के साथ स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु संघर्ष किया। यह हमारी गंगा-जमुना संस्कृति ही है, जिसके द्वारा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी प्राप्त की।
विशेष अतिथि पूर्व पार्षद शान्ता त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन्दौर व मालवा क्षेत्र आजादी के दीवानों का गढ़ था। यहां से एक से बढ़कर एक स्वतंत्रता सेनानी निकले। तोपखाना, काछी मोहल्ला, जेलरोड़ क्षेत्र आजादी के संघर्ष का केन्द्र बिन्दु रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व नेता प्रतिपक्ष छोटू शुक्ला ने कहा कि आज हम शहीद लाला हुकमचंद फकीरचंदजी जैन की शहादत दिवस पर उन्हें यादकर सभी शहीदों को उनके आजादी के अमूल्य योगदान हेतु याद करते हैं।
प्रारम्भ में शहीद लाला हुकमचंद फकीरचंद जैन के चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया। अतिथि स्वागत छोटू शुक्ला, अजीत कुमार जैन, अजय कुमार जैन, संजय कुमार जैन, तरुण जैन, देवीलाल गुर्जर, कृष्ण कुमार अग्रवाल, सिद्धार्थ जैन, जतीन बंसल आदि ने किया।
कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के मदन परमालिया ने बताया कि हम इन्दौर और मालवा के शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग, बलिदान को जन-जन तक पहुंचाने हेतु प्रयत्नशील हैं।इसी कड़ी में यह आयोजन किया गया। इस अवसर पर करीम खान एवं प्रवीण हरगांवकर का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी परिवार एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार अजीत कुमार जैन ने माना।