इंदौर : शासकीय दन्त चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर के नवीन ओपीडी, अकादमिक ब्लॉक के निर्माण का भूमिपूजन और नए पीजी विभाग का लोकार्पण चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दीप प्रज्ज्वलन और शिलालेख का अनावरण कर किया। इस मौके पर मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक मालिनी गौड़ व आकाश विजयवर्गीय, मप्र अनुसूचित जनजाति विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक मनोज पटेल, कमिश्नर पवन शर्मा, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, डेंटल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. देशराज जैन सहित अन्य चिकित्सक, डेंटल कॉलेज के छात्र- छात्राएं व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
पीजी में सीटें बढाकर दुगुनी की जाएंगी।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश के इस एकमात्र शासकीय दन्त चिकित्सा महाविद्यालय में आवश्यक तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि बीडीएस की सीटें बढ़ाकर 63 से 100 की जा रही हैं। इसीतरह पीजी की 9 शाखाओं में वर्तमान कुल 27 सीटों को बढ़ाकर 54 कर दिया जाएगा। प्रत्येक ब्रांच में 3-3 सीटें बढ़ाई जाएंगी। इसके अलावा ओरल कैंसर की जांच के लिए आवश्यक सीबीडीटी मशीन कॉलेज को उपलब्ध कराने का भी चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया।
चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में करेंगे सुधार।
मंत्री सारंग ने कहा कि हम चिकित्सा शिक्षा के छात्रों के लिए बीमा योजना लेकर आए हैं। इसी के साथ इज ऑफ हेल्थ सर्विसेज के जरिए चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं। वैकल्पिक रूप से हिंदी में मेडिकल शिक्षा प्रदान करने का भी हमने निर्णय लिया है।
कोरोना संकट से लड़ाई एक मिसाल।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दन्त चिकित्सा महाविद्यालय के डॉक्टर्स और छात्रों द्वारा कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में दिए अहम योगदान की सराहना की। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिसतरह कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी गई, वो एक मिसाल है। महज एक साल में वैक्सीन बनवाकर उसे करोड़ों लोगों को लगवाना किसी चुनौती से कम नहीं था पर हमने वो कर दिखाया। इसीलिए तीसरी वेब में हमें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
इस मौके पर मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक आकाश विजयवर्गीय और मालिनी गौड़ व बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने भी अपनी बात रखी।
इसके पूर्व स्वागत भाषण डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. देशराज जैन ने दिया। कॉलेज की ओर से अतिथियों का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किये गए।