भोपाल : सीएम के बतौर कोरोना जैसे गंभीर संकट से अभी तक अकेले जूझ रहे शिवराज सिंह ने फिलहाल 5 सदस्यीय मन्त्रिमण्डल का गठन करने के बाद प्रत्येक मंत्री को 2- 2 संभागों की जिम्मेदारी दे दी। इसके पूर्व मन्त्रिमण्डल की पहली बैठक में कोरोना महामारी से निपटने के लिए अभी तक किये गए उपायों की समीक्षा की गई और प्रदेश को इस महामारी से मुक्त करने के लिए आगे अपनाई जाने वाली रणनीति पर विचार किया गया।
समन्वय बनाकर कोरोना के खिलाफ लड़ेंगे लड़ाई।
सीएम शिवराज सिंह ने मन्त्रिमण्डल की बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए कहा कि बैठक में बीती 24 मार्च से 21 अप्रैल तक सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों से मंत्रियों को अवगत कराया गया। सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से कारगर ढंग से निपटने के लिए मंत्रियों को प्रदेश के संभागों का प्रभार सौंपा गया है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भोपाल और उज्जैन, तुलसी सिलावट को इंदौर व सागर, कमल पटेल को जबलपुर और नर्मदापुरम, गोविंद सिंह राजपूत को चम्बल व ग्वालियर और मीना सिंह को रीवा एवं शहडोल सम्भाग का प्रभारी बनाया गया है।
सीएम शिवराज ने कहा कि दिए गए संभागों में कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाकर कोरोना के खिलाफ पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करेंगे। सीएम श्री चौहान ने कहा कि अपने प्रभाव वाले संभागों में मंत्रीगण जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी संगठनों का सक्रिय सहयोग लेंगे और जनता का फीडबैक भी प्राप्त करेंगे।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार।
सीएम शिवराज ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए हमने मंत्रिमंडल छोटा बनाया है पर यह संतुलित है। समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
दीनदयाल समितियों का गठन।
सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना संकट के चलते हर जरूरतमंद व्यक्ति तक राशन पहुंचाने के लिए सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के सहयोग लिया जाएगा।इसी के साथ दीनदयाल समितियां गठित की जाएंगी, जो जरूरी सेवाएं जनता तक पहुंचाने की मॉनिटरिंग करेंगी।