“न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग प्रोग्राम” के उद्घाटन के मौके पर कलेक्टर डॉ.इलैय्याराजा टी.का संबोधन।
इंदौर : जन्म के कुछ समय के भीतर ही न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग प्रोग्राम (कोमल स्पर्श) से नवजात शिशुओं को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकेगा। श्री अरबिंदो अस्पताल की ये अभिनव पहल शिशुओं के लिए वरदान साबित होगी। ये बात कलेक्टर डॉ.इलैय्याराजा टी.ने शनिवार शाम पी.सी.सेठी अस्पताल में आयोजित न्यू गोल्ड स्क्रीनिंग के उद्घाटन कार्यक्रम में कही।
न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग प्रोग्राम में सहभागी बनेगा जिला प्रशासन।
उन्होंने कहा कि न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग जैसे इनीशिएटिव के लिए श्री अरबिंदो अस्पताल के फाउंडर चेयरमैन डॉ.विनोद भंडारी और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। इस कार्य में जिला प्रशासन की ओर से उन्हें पूरा सहयोग दिया जाएगा, क्योंकि समाज को कुछ वापस देने की नेकनीयत से शुरू किए गए इस कार्य से हमें न केवल भविष्य के बेहतर और स्किल्ड नागरिक मिलेंगे, बल्कि ऐसे नागरिकों से देश प्रगति पथ पर और तेजी से अग्रसर हो सकेगा। इसलिए इसमें रेड क्रॉस और स्मार्ट सिटी को जोड़ने के साथ-साथ हम जनभागीदारी भी सुनिश्चित करेंगे।
गंभीर बीमारियों से बचायेगा न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग प्रोग्राम।
संस्थान के फाउंडर चेयरमैन डॉ.विनोद भंडारी ने बताया कि न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग प्रोग्राम के तहत नवजात बच्चों की स्पेशल स्क्रीनिंग कर उन्हें हाइपोथाइरॉडिज्म, कंजनाइटल एड्रिनल हाइपरप्लासिया, जी 6 पीडी की कमी और हिमोग्लोबिनोपैथी (सिकलसेल) जैसी गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत शुरू किए जा रहे इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए प्रदेश सरकार द्वारा श्री अरबिंदो अस्पताल का चयन किया गया है। इंदौर जिले और संभाग में सफलतापूर्वक लागू करने के बाद इस प्रोग्राम को प्रदेश स्तर पर चलाया जाएगा।
श्री अरबिंदो अस्पताल में हो रहीं विश्वस्तरीय जाँचें।
सीएमएचओ डॉ.बी.एस.सैत्या ने संभाग और प्रदेश में पहली बार शुरू की गई न्यू बोर्न स्क्रीनिंग से पीसी सेठी अस्पताल को जोड़ने के लिए डॉ.विनोद भंडारी का धन्यवाद किया। श्री अरबिंदो अस्पताल की पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष डॉ.गुंजन केला ने बताया कि हमारे अस्पताल में एक ही छत के नीचे विश्व के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल इक्विपमेंट्स और अत्यंत अनुभवी चिकित्सकों समेत सभी तरह की सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध हैं। इसीलिए इसका चयन न्यू बॉर्न स्क्रीनिंग के लिए किया गया है।
कम होगी मेट्रो सिटीज पर निर्भरता।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ.कविता रति धारवाडकर ने बताया कि शिशुओं की अत्याधुनिक जाँचों के लिए पहले हमें मेट्रो शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन उच्च तकनीक पर आधारित पर्किन एल्मर की विक्टर 2डी और जींस सीक्वेंसिंग जैसी विश्वस्तरीय मशीनों की सुविधा अब श्री अरबिंदो अस्पताल में सुगमता से उपलब्ध होने से न्यू बोर्न स्क्रीनिंग की पूरी प्रक्रिया बहुत आसानी से पूरी की जा सकेगी इससे मेट्रो सिटीज पर हमारी निर्भरता बहुत कम हो जाएगी। इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी डॉ.अनिल भंडारी, सेठी अस्पताल के प्रभारी डॉ.वीरेंद्र राजगीर,श्री अरबिंदो विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ.ज्योति बिंदल, कुलसचिव डॉ.आनंद मिश्रा, डीन (स्टूडेंट्स वेलफेयर) डॉ.जयश्री तापड़िया,जनरल मैनेजर राजीव सिंह,डॉ.मुक्ता जैन समेत बड़ी संख्या में डॉक्टर,फैकल्टीज और स्टूडेंट्स मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन संचित मिश्रा ने किया।