सप्ताह में तीन दिन चलेगी काशी- महाकाल एक्सप्रेस, महाशिवरात्रि से होगा नियमित परिचालन

  
Last Updated:  February 17, 2020 " 04:29 pm"

इंदौर : दो ज्योतिर्लिंग उज्जैन और वाराणसी को इंदौर से जोड़नेवाली काशी- महाकाल एक्सप्रेस सोमवार सुबह करीब सवा आठ बजे इंदौर पहुंची। पीएम मोदी ने रविवार दोपहर इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर वाराणसी से रवाना किया था। थर्ड एसी के 12 कोच की यह ट्रेन आईआरटीसी द्वारा संचालित तीसरी निजी ट्रेन है।

राजाधिराज महाकाल भी ट्रेन में थे विराजमान।

राजाधिराज बाबा महाकाल भी इस ट्रेन में सवार थे। उन्हें बी-5 कोच की सीट नम्बर 64 पर विधिविधान के साथ विराजित किया गया था। वाराणसी से 6 सदस्यीय मंडली भी ट्रेन में भजन गाते हुए इंदौर आई। इस मण्डली ने ट्रेन के 5 नम्बर प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के बाद स्टेशन पर भी बाबा महाकाल की शान में भजन पेश किए।

रेलवे के अधिकारियों ने किया स्वागत।

काशी- महाकाल एक्सप्रेस के इंदौर पहुंचते ही प्लेटफ़ॉर्म पर मौजूद पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने ट्रेन से आए यात्रियों का स्वागत किया। वाराणसी से आए मीडियाकर्मियों के साथ चुनिंदा यात्री ही ट्रेन में सवार थे। कोचिंग डिपो में साफ- सफाई के बाद ट्रेन खाली रैक के साथ वाराणसी के लिए रवाना कर दी गई।

महाशिवरात्रि से सप्ताह में तीन दिन चलेगी।

पश्चिम रेलवे के रतलाम मण्डल के जनसंपर्क अधिकारी जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि पूरी तरह वातानुकूलित काशी- महाकाल एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन चलेगी। 20 फरवरी को काशी से रवाना होकर यह ट्रेन 21 फरवरी को इंदौर आएगी। उसी दिन याने महाशिवरात्रि से इंदौर से इस ट्रेन का शेडयूल के अनुसार संचालन शुरू हो जाएगा। उनके अनुसार काशी- महाकाल एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन लखनऊ और एक दिन प्रयागराज (इलाहाबाद) होकर चलेगी।
मंगलवार और गुरुवार को 82401नम्बर की यह ट्रेन दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर वाराणसी से रवाना होकर लखनऊ, कानपुर, बीना, भोपाल, उज्जैन होते अगले दिन सुबह 9.40 पर इंदौर पहुंचेगी। इंदौर से प्रति बुधवार और शुक्रवार को 82402 ट्रेन सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर रवाना होगी और कानपुर, लखनऊ के रास्ते अगले दिन सुबह 6 बजे वाराणसी पहुंचेगी।

एक दिन प्रयागराज होकर चलेगी।

82403 काशी- महाकाल एक्सप्रेस प्रति रविवार को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर वाराणसी से चलकर प्रयागराज (इलाहाबाद) होते हुए अगले दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर आएगी। वापसी में 82404 नम्बर की यह ट्रेन प्रति सोमवार सुबह 10.55 बजे इंदौर से रवाना होकर प्रयागराज के रास्ते सुबह 5 बजे वाराणसी पहुंचेगी।

इंदौर के पोहा और वाराणसी की कचौरी का उठा सकेंगे लुत्फ।

आईआरटीसी संचालित कारपोरेट सेक्टर की काशी- महाकाल एक्सप्रेस में यात्री इन्दौरी और वाराणसी के खानपान का मजा ले सकेंगे। उन्हें नाश्ते में इन्दौरी पोहा, बनारसी कचौरी और खाने में मालवी व बनारसी व्यंजन परोसे जाएंगे। खानपान का पूरा मीनू शाकाहारी होगा। इसके अलावा प्रत्येक कोच में चाय-कॉफी की वेंडिंग मशीनें लगी रहेंगी। यात्री उनका निःशुल्क आनंद ले सकेंगे। हर कोच पारम्परिक वेशभूषा में अटेंडर यात्रियों की सेवा में तैनात रहेंगे।

सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम।

जनसम्पर्क अधिकारी श्री जयंत ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए काशी- महाकाल एक्सप्रेस में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा ट्रेन जीपीएस सिस्टम से भी जुड़ी रहेगी।

नहीं मिलेगी किसी तरह की छूट।

इस ट्रेन के टिकट में किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। तत्काल रिजर्वेशन की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी। सीट्स की बुकिंग ऑनलाइन होगी। रेलवे रिजर्वेशन काउंटर से इसके टिकट बुक नहीं किये जा सकेंगे। इस ट्रेन का किराया डायनॉमिक होगा जो व्यस्त सीजन में बढ़ेगा।

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