भोपाल : सीधी बस हादसे में अब तक 42 लोगों के शव निकाले गए हैं। आशंका व्यक्त की जा रही है कि कुछ लोग नहर के तेज बहाव में बह गए हैं। बताया जाता है कि मृतकों में कई छात्र- छात्राएं भी शामिल हैं, जो रेलवे की परीक्षा देने सतना जा रहे थे। नहर में डूबी बस को क्रेन की मदद से निकाल लिया गया है। इस बीच मृतकों के परिजनों के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतको के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये की मुआवजे की घोषणा की है।
पीएम रिलीफ फण्ड से 2- 2 लाख।
सीधी बस हादसे पर पीएम मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा पीएम रिलीफ फंड से की है। इसके साथ ही गंभीर रूप से जख्मी लोगों को भी 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
सीधी पहुंचे सिलावट।
इस बीच सीएम शिवराज के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट और रामखिलावन पटेल सीधी पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल जाकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। दोनों मंत्रियों ने नहर से निकाले गए बस यात्रियों के शवों की पहचान सुनिश्चित कर उन्हें परिजनों को सौंपने और उन्हें घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए ।
परिवहन मंत्री ने दिए जांच के आदेश।
हादसे पर दुःख जताते हुए परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। बस का परमिट रद्द कर दिया गया है। ये भी पता चला है कि हाइवे पर जाम लगा होने से ड्राइवर रूट बदलकर बस चला रहा था। बाणसागर नहर के समीप मार्ग संकरा होने से वह नियन्त्रण खो बैठा और बस बेकाबू होकर नहर में गिर गई।