संस्था सुरीली उड़ान के बैनर तले सदाबहार गीतों से सजी महफ़िल ‘ तू छुपी है कहाँ” प्रीतमलाल दुआ सभागृह में आयोजित की गई।पुराने गीतों को कड़ी दर कड़ी गुलदस्ते में पिरोते हुए गायक कलाकारों ने उपस्थित श्रोताओं को भी गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया। ज्यादातर गीत ऐसे थे जिन्हें कालजयी कहा जा सकता है। रैना बीती जाए, कोई दूर से आवाज दे चले आओ, वो सुबह कभी तो आएगी, तू छुपी है कहाँ, आजा राधे आजा तुझे श्याम पुकारे, आदि प्रमुख थे। एकल और युगल को आवाज दे रहे थे अभिषेक वेद, नीता दास,विवेक वाघोलिकर और सरला मेघानी कार्यक्रम का सूत्र संचालन संजय पटेल ने किया। ठंडी बयारों के सुरीले गीतों का ये कारवाँ लोगो के दिलो- दिमाग को गर्माहट भरा सुकून दे गया
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