इंदौर : सूदखोरों का आतंक इंदौर में इस हद तक बढ़ गया है कि वे लोगों की जान लेने पर उतारू हो गए हैं। मूल से कई गुना अधिक ब्याज के रूप में वसूलने के बाद भी ये सूदखोर कर्ज लेनेवाले को जीने नहीं देते। सैकड़ों लोग सूदखोरों के आतंक से डरकर आत्महत्या कर बैठते हैं। गुंडों को पालने वाले इन सूदखोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब वो मनमानी वसूली के लिए खुलेआम किसी को भी अगवा कर उसे बेरहमी के साथ पीट- पीट कर मौत के घाट उतार देते हैं। पुलिस इतनी लापरवाह और नकारा हो गई है कि सूचना मिलने पर भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। यही कारण है कि शहर में हत्या की वारदातें लगातार घटित हो रहीं हैं।
सूदखोर ने सराफा कारोबारी के बेटे को अगवा कर उतारा मौत के घाट।
सराफा कारोबारी के बेटे अरविंद सोनी निवासी व्यंकटेश नगर का सूदखोर कृष्णा मालवीय ने शुक्रवार सुबह अपहरण किया। उसके साथ बुरीतरह मारपीट की और हत्या कर शव सनावदिया की झाड़ियों में फेंक दिया। शनिवार को उसका शव बरामद हुआ।
हाथ पर हाथ धरे बैठी रही पुलिस।
मृतक अरविंद के भाई अभिषेक के अनुसार सराफा के सट्टेबाज कृष्णा मालवीय से अरविंद ने अपनी गारंटी पर किसी को पैसे दिलवाए थे। अरविंद कालानी नगर में औषधि भंडार पर काम करता था। शुक्रवार दोपहर उसके लिए घर से टिफिन भेजा तो पता चला कि वह औषधि भंडार पहुंचा ही नहीं। आसपास के सीसीटीवी खंगालने पर दो लोग अरविंद को जबरन कार में बिठाकर ले जाते दिखाई दिए। उसमें एक सूदखोर कृष्णा मालवीय था। इस बीच अरविंद ने लोकेशन भी भेजी। इसपर अरविंद की पत्नी और भाई अभिषेक एरोड्रम थाने पहुंचे और अरविंद को सूदखोर कृष्णा मालवीय द्वारा अगवा किए जाने की जानकारी दी। परिजनों के मुताबिक थाने में मौजूद एसआई ने आरोपी कृष्णा को फोन लगाकर बात की तो कहा गया कि 2-3 घंटे में लौट आएंगे। हैरत की बात ये रही कि लोकेशन मिलने और अगवा किए जाने की पुष्टि होने के बाद भी एरोड्रम पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। अगले दिन सुबह खुड़ैल पुलिस का फोन आया तब पता चला कि अरविंद को मारकर आरोपी कृष्णा व उसके साथियों ने सनावदिया स्थित झाड़ियों में शव फेंक दिया।
परिजनों का आरोप है कि लोकेशन बताने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अगर वह समय रहते कदम उठाती तो अरविंद की जान बचाई जा सकती थी।
शव बरामद होने के बाद हरकत में आई एरोड्रम पुलिस ने अपहरण और हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी कृष्णा की तलाश शुरू कर दी है।