सैमसन की आंधी में धोनी का फ्लॉप शो..

  
Last Updated:  September 23, 2020 " 01:50 pm"

🎾 नरेंद्र भाले 🎾

वाकई बल्ला भी बोलता है। कल जो भी कुछ हुआ वह परीकथा से कम नहीं था। गेंदबाज गेंद फेंक रहे थे, बल्लेबाज फोड़ रहे थे और क्षेत्ररक्षक केवल बाल बॉय का काम कर रहे थे। शुद्ध रूप से छक्के लग नहीं बल्कि बरस रहे थे। विकेट के रैंप वॉक पर मानो आसमान में छेद करने के लिए बल्लेबाज हथगोला फेंक रहे थे लेकिन गुरुत्वाकर्षण नियम के तहत गेंद वापस जमीन पर आकर फिर से टेक ऑफ कर रही थी। केवल एक छक्के से आईपीएल में एक मैच में सर्वाधिक 33 छक्कों का कीर्तिमान ध्वस्त तो नहीं हुआ लेकिन रिकॉर्ड की बराबरी करने में कामयाब रहा। शुरुआत संजू सैमसन ने रॉयल्स के लिए शाही अंदाज में की। मानो कोई बादशाह गेंद को बल्ले पर लेकर कह रहा हो जाओ गरीबों में बांट दो। कहीं भी बल्ला आड़ा नहीं किया और शास्त्रीय शॉट्स ने आंखों को तृप्त कर दिया। 9 छक्कों का यह तूफान 72 के व्यक्तिगत योग पर थम गया लेकिन तब तक पीयूष चावला और जडेजा को संजू फोड़ चुके थे। स्मिथ ने भी उम्दा अर्धशतकीय पारी का सृजन किया। आस बन गई थी 200 की। मदद के लिए निगडी आगे आए और आर्चर ने उन्हें कमान बना दिया। उन्होंने लगातार 4 छक्के उड़ा कर स्कोर को 216 का डरावना चेहरा प्रदान कर दिया। दो नों बॉल तथा 2 गेंदों में छक्कों का चौका जमा दिया। अर्थात दो अधिकृत गेंदों में पट्ठे ने 26 रन कूट दिए। चेन्नई के लिए वाटसन ने पावर प्ले में 4 छक्के उड़ाए। कल के मैच में रायडू नहीं थे। विजय ने निराश किया। असल चूक धोनी से हो गई । खुद ऊपर आने के बजाय उन्होंने पदार्पण करने वाले कोरोना योद्धा गायकवाड को ऊपर भेज दिया। उस समय रन औसत 14 के आसपास चल रहा था। यह नवजात खाता भी नहीं खोल पाया। दबाव और बढ़ गया। फाफ डू प्लेसिस ने एक छोर से 7 गगनभेदी छक्के उड़ा कर बहुतेरे प्रयास किए लेकिन तब तक भरतपुर लूट चुका था। यदि गायकवाड की जगह धोनी ऊपर आते तो परिणाम पलट भी सकता था। अंतिम ओवर में 37 रन चाहिए थे और धोनी ने 3 छक्के भी उड़ाए। उनके यह तेवर यहां साबित करने के लिए पर्याप्त थे कि वे टच मे थे लेकिन वह जिगरा नहीं दिखा पाए जिसके लिए वे जाने जाते हैं। मैच के पश्चात भी उन्होंने अपनी गलती को नहीं माना। इसलिए फ्लॉप धोनी का प्रयोग करना पड़ा। चलते चलते यह भी बता दूं कि संजू ने विकेट के पीछे दो उम्दा स्टंपिंग तो की ही, दो उत्कृष्ट कैच भी लपके। जाधव का कैच तो मानो उन्होंने उछल कर उड़ता तीर पकड़ लिया। सैमसन शो जिसने नहीं देखा उसे अब क्या कहूं? गेंदबाजों की तरफ से अर्ज किया है कि रोको इसे यह कौन है, सच बोल रहा है, सब पुख्ता मकानों की छते खोल रहा है।

(नरेंद्र भाले इंदौर के वरिष्ठ खेल पत्रकार हैं। अब आप आईपीएल के मुकाबलों को लेकर उनकी बेबाक टिप्पणी अवर लाइव इंडिया पर पढ़ सकेंगे।)

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