सैलाब बनकर निकला कारम बांध का पानी, कई गांव और खेत डूब में आने का खतरा..!

  
Last Updated:  August 14, 2022 " 10:12 pm"

इंदौर : जैसी की आशंका जताई जा रही थी, गुजरी भारूडपुरा स्थित कारम बांध में मिट्टी का कटाव बढ़ने से बांध में जमा पानी सैलाब बनकर बह निकला। जिस तेजी से पानी बांध से निकल रहा है, उससे धार और खरगौन जिले के कई खेत और गांव डूब में आने का खतरा पैदा हो गया हैं। इसके चलते दोनों जिलों के प्रशासन को अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा गया है।

18 गांव करा लिए थे खाली।

बीते गुरुवार को बांध में रिसाव की बात ध्यान में आते ही अनहोनी की आशंका के चलते धार के 12 और खरगौन जिले के 6 गांवों को खाली करा लिया गया था। यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनके भोजन पानी की व्यवस्था प्रशासन ने कर दी है।

सेना, एनडीआरएफ राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात।

कारम बांध में रिसाव की खबर मिलने के बाद प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट और राज्यवर्धन सिंह बांध स्थल पर ही डेरा डाले हुए हैं। सेना के करीब 200 जवान, इंजीनियर, तकनीकि विशेषज्ञ, एनडीआरएफ
एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड और अन्य एजेंसियां तमाम संसाधनों के साथ पहले ही वहां तैनात कर दी गई हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए भी बांध की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

पानी की निकासी के लिए बनाई चैनल से तेजी से निकल रहा पानी।

शासन – प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक बांध में पानी का लेवल कम करने के लिए एक ओर जो चैनल बनाई गई थी, उसमें से अब बेहद तेजी से पानी निकल रहा है। इसका वेग अभी और बढ़ सकता है। हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है। सभी संभावित प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर स्थानीय प्रशासन को मुस्तैद रहने को कहा गया है।

कोई भी गांवों में न जाए – शिवराज।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी भोपाल में कंट्रोल रूम में बैठकर बांध के हालात पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि जो चैनल बांध से पानी की निकासी के लिए बनाई गई है, उसमें से पानी तेजी से बहने लगा है। ये बहाव लगातार तेज होता जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित होने वाले गांवों के रहवासियों और पशुओं को पहले ही वहां से निकाला जा चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अभी गांव में न जाएं। पानी तेज गति से निकल रहा है, ऐसे में खतरा बढ़ गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पंच, सरपंच से लगाकर विधायक, सांसद तक तमाम जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे आपदा की इस घड़ी में सतर्क रहें और किसी को भी प्रभावित गांवों में प्रवेश न करने दें। सीएम शिवराज ने केंद्र सरकार को भी हालात से अवगत कराया है।

कई खेत, गांव और पुल पुलियाएं हो सकते हैं तबाह।

बताया जाता है बांध से पानी की निकासी जिस तेजी से हो रही है, उससे आसपास के सैकड़ों खेत और कई गांव डूब में आ सकते हैं। पुल पुलियाओं को भी पानी का सैलाब बहा ले जा सकता है। धार और खरगौन जिला प्रशासन ने कई मार्गों पर आवागमन रोक दिया है ताकि जानमाल के नुकसान को टाला जा सके।

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