इंदौर : राज्य का विकास मातृशक्ति का जीवन स्तर सुधारने से ही संभव है। राज्य शासन निरंतर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। माता, बहनों के ललाट पर अब चिंता की लकीरें नहीं रहेंगी। कोरोना के खिलाफ जंग में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने मास्क, सैनिटाइजर, भोजन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की है। साथ ही समाज एवं प्रशासन के साथ एक सशक्त सहयोगी की भूमिका अदा की है। यह बात मंत्री तुलसी सिलावट ने कही। वे रेसीडेंसी कोठी में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को सम्बोधित कर रहे थे।
रेसीडेंसी कोठी परिसर में सांवेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 18 ग्राम पंचायतों में से 32 महिला स्व-सहायता समूह की महिला सदस्यों ने जल संसाधन एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के समक्ष अपनी बात रखी। इस दौरान कलेक्टर मनीष सिंह, जिला पंचायत सीईओ रोहन सक्सेना, अनुविभागीय अधिकारी रजनीश श्रीवास्तव उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री सिलावट ने महिला सदस्यों से उनकी समस्याएं जानी। उन्होंने कहा कि वे बताई गई समस्याओं का शीघ्र निराकरण करेंगे।
मंत्री श्री सिलावट ने कार्यक्रम के दौरान बिजली-पानी की समस्या वाले घरों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि ऐसे सभी घरों को चिन्हित कर बिजली एवं पानी की समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाए। उन्होंने बताया कि, राज्य शासन की योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूह को रोजगार उपलब्ध कराने तथा उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से समूह को लगभग दो लाख 18 हजार गणवेश बनाने का लक्ष्य दिया गया है। जिससे एक ओर महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को शासन द्वारा निशुल्क गणवेश प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर मनीष सिंह ने स्व-सहायता समूह से संबंधित विभिन्न समस्याओं जैसे ऋण, ई-पेमेंट, बाजार उपलब्धता आदि के संबंध में चर्चा की। उन्होंने बताया कि शासन का उद्देश्य प्रत्येक स्व-सहायता समूह को क्रियाशील बनाकर उन्हें मार्केट लिंकेजेस, मार्केटिंग तथा बेहतर बाजार उपलब्ध कराना है। जिससे उनकी बिक्री एवं आमदनी दोनों में बढ़ोतरी हो और उनका उद्योग भी बढ़ सके।
स्व सहायता समूहों के उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराएंगे- सिलावट
Last Updated: July 7, 2020 " 06:46 am"
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