इंदौर : आज के दौर में प्रौद्योगिकी बेहद तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। ऐसे में यह जरूरी है कि हमारे शैक्षणिक संस्थान इसके साथ तालमेल बनाए रखें। इंजीनियरिंग कॉलेजों की यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका होती है कि हमारे छात्र आधुनिक दुनिया में फलने – फूलने में आवश्यक ज्ञान व कौशल से परिपूर्ण हों।
ये बात प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन और प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. डेविश जैन ने कही। वे प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड रिसर्च , इंदौर के वार्षिक समारोह ऊर्जोत्सव – 2023 के तहत आयोजित टेक एचआर मीट में अपने विचार रख रहे थे। इस मीट में देश की विभिन्न कंपनियों के करीब 67 एचआर और टेक्नोलॉजी लीडर्स ने भाग लिया।
एचआर मीट इंडस्ट्री और शिक्षण संस्थानों के बीच की दूरी कम करेगी।
प्रेस्टीज इंजीनियरिंग संस्थान के निदेशक डॉ. मनोज कुमार देशपांडे ने इस मौके पर कहा कि यह पहली बार है जब ऊर्जोत्सव के दौरान इतने बड़े पैमाने पर एचआर मीट का आयोजन किया गया। यह मीट इंडस्ट्री और शिक्षण संस्थानों के बीच की दूरी को कम करने में सहायक होगी। इससे हमारे संस्थान के छात्रों और फैकल्टीज के टीचिंग लर्निंग प्रोसेस में सुधार आएगा।
इन कंपनियों के एचआर ने की शिरकत।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस एचआर मीट में हेकसावेयर, डिलाइट, टीसीएस, वेल्स फार्गो, हनीवेल, फॉर्मकार्ट, एमडॉक्स सहित देश की कई बड़ी कंपनियों के एचआर और टेक्नोलॉजी लीडर्स ने भाग लिया।