इंदौर : हनीट्रैप मामले के सभी 6 आरोपियों को अदालत ने 22 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। आरोपी 5 महिलाएं व एक पुरुष को पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को दोपहर बाद अदालत में पेश किया था।
नगर – निगम के अधिकारी को कर रहें थे ब्लैकमेल।
इसके पूर्व एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने पत्रकार वार्ता के जरिये हनीट्रैप मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि फरियादी नगर निगम के अधिकारी हरभजन सिंह ने दो दिन पूर्व (17 सितंबर ) को पलासिया थाने पर लिखित शिकायती आवेदन पत्र पेश किया था। जिसके जरिये उन्होंने आरोप लगाया था कि आरती दयाल नामक महिला व उसके साथी उनके व्हाट्सएप नम्बर पर कॉल व मैसेज कर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। फरियादी हरभजन सिंह के मुताबिक आरोपियों द्वारा उन्हें ये कहकर धमकाया जा रहा है कि अगर उन्होंने 3 करोड़ रुपए नहीं दिए ति उनका कथित वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। इसपर पुलिस ने आरोपी महिला आरती व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
एसएसपी रुचि वर्धन के मुताबिक प्रारंभिक विवेचना के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और फरियादी से मांगी गई राशि 3 करोड़ रुपए की पहली किश्त 50 लाख रुपए देने के लिए आरोपी आरती दयाल को इंदौर बुलाया। जैसे ही आरती व उसके साथी क्रेटा कार से रकम लेने तय जगह पहुंचे, पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। कार में आरती दयाल निवासी भोपाल के साथ उसकी सहयोगी मोनिका यादव मूल निवासी राजगढ़ थी जबकि कार भोपाल निवासी ओमप्रकाश पिता रामहर्ष कोरी चला रहा था। तीनों को हिरासत में लेने के साथ थाने लाकर पूछताछ की गई तो हनीट्रैप में लिप्त बड़े रैकेट का खुलासा हो गया।
8 माह पहले हुई थी मुलाकात।
आरोपी आरती दयाल निवासी मिनाल रेसीडेंसी भोपाल ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह एनजीओ में काम करती है। उसकी साथी श्वेता जैन जो मिनाल रेसीडेंसी में ही रहती है, ने उसे इंदौर नगर निगम अधिकारी हरभजन सिंह से करीब 8 माह पहले मिलवाया था। बाद में वे फोन पर बातचीत करते रहते थे। आरती ने दुबारा मिलने का आग्रह फरियादी निगम अधिकारी से किया। उनकी मंजूरी मिलने के बाद आरती ने अपनी सहयोगी मोनिका के साथ हाल ही में इंदौर आकर फरियादी से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान ही उन्होंने चुपके से वीडियो क्लिप बना ली और भोपाल लौटने के बाद फ़रियादी से 3 करोड़ की मांग की। नहीं देने पर वीडियो क्लिप वायरल करने की धमकी दी। आरोपी मोनिका व ओमप्रकाश ने बीते 1 साल से आरती के संपर्क में होने की जानकारी दी।
हाइप्रोफाइल महिलाएं रैकेट में शामिल।
आरोपी आरती दयाल से पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि कई हाइप्रोफाइल महिलाएं भी हनीट्रैप मामले में संलिप्त हैं। आरती द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर भोपाल पुलिस की मदद से श्वेता पति विजय जैन निवासी मिनाल रेसीडेंसी, श्वेता पति स्वप्निल जैन नवासी रेवेरा टाउनशिप और बरखा पति अमित सोनी निवासी कोटरा भोपाल को गिरफ्तार कर इंदौर लाया गया। आरोपी बरखा सोनी का पति अमित कांग्रेस का नेता बताया गया है। आरोपी श्वेता पति विजय जैन से 14 लाख 17 हजार नकद भी बरामद किए गए। इसके अलावा आरोपी आरती द्वारा प्रयुक्त क्रेटा कार और सभी आरोपियों के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए हैं। जब्त मोबाइल का डाटा और कॉल डिटेल निकलवाकर उनकी जांच की जाएगी।
कई रसूखदारों के नामों का हो सकता है खुलासा।
रिमांड पर लेने के बाद पुलिस तमाम आरोपी महिलाएं व पुरुष आरोपी से पूछताछ में जुटी है। उनसे यह पता करने का प्रयास किया जा रहा है कि इसके पहले उन्होंने और किन – किन लोगों को ब्लैकमेल किया है। हालांकि रैकेट के खुलासे से हड़कंप मचा हुआ है।
ऐसा माना जा रहा है कि कई बड़े अधिकारी और नेताओं के नाम आरोपी महिलाओं से पूछताछ में सामने आ सकते हैं। कौन – कौन इसकी चपेट में आता है यह देखने वाली बात होगी।