इंदौर : कांग्रेस हार के डर से नगरीय निकायों के महापौर और अध्यक्षों के चुनाव परोक्ष पद्धति से कराना चाहती है ताकि पार्षदों पर दबाव बनाकर अपने महापौर व अध्यक्ष बनवा सके। इससे खरीद- फरोख्त को बढ़ावा मिलेगा। ये बात मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कही। वे गुरुवार को इंदौर प्रेस क्लब में ‘चाय पर चर्चा’ के दौरान अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने नगरीय निकाय परिसीमन और आरक्षण का जो कार्यक्रम घोषित किया है, उससे तो यही प्रतीत होता है कि वह चुनाव टालना चाहती है।
किसान ऋण माफी योजना हुई फेल।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि 9 माह कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए हो चुके हैं पर एक भी वचन ये सरकार पूरा नहीं कर पाई। किसानों की लोन माफी प्रक्रिया सिमटकर 50 हजार रुपए तक रह गई, उसमें भी केवल सहकारी सोसायटियों के कर्ज ही माफ हो सके। इससे किसान आक्रोशित हैं। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के वादे से यह सरकार मुकर गई। पीएम आवास योजना का बजट भी इस सरकार ने घटाकर आधा कर दिया है।
स्थानांतरण व अपहरण उद्योग चल रहे।
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि प्रदेश में कानून – व्यवस्था की हालत दयनीय हो गई है। अपराधों में भारी इजाफा हो गया है। अपहरण और स्थानांतरण उद्योग फल- फूल रहे हैं। कमलनाथ सरकार एक मजाक बनकर रह गई है।
बिजली के मनमाने बिल भेजे जा रहे हैं।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि संबल योजना बन्द कर कांग्रेस सरकार नई योजना ले आई,उससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। योजना में कई विसंगतियां हैं। बिजली मिल नहीं रही है पर बिल हजारों के भेजे जा रहे हैं।
छोटे कारोबारियों से की जा रही अवैध वसूली।
नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई का वे स्वागत करते हैं पर कार्रवाई के नाम पर छोटे कारोबारियों से अवैध वसूली की जा रही है। सैम्पल्स की जांच करने के लिए प्रदेश में केवल एक लैब है। ऐसे में कार्रवाई केवल औपचारिकता सिद्ध हो रही है। जरूरत इस बात की है कि जिला स्तर पर लैब स्थापित कर वहीं सैम्पल्स की जांच की जाए तभी अपेक्षित परिणाम सामने आएंगे।
महाकाल मंदिर विकास योजना केवल दिखावा।
श्री भार्गव ने 300 करोड़ की लागत से महाकाल मंदिर के विकास की सीएम कमलनाथ की घोषणा को मात्र दिखावा करार दिया। उन्होंने कहा कि सीएम इस मामले में वाकई गंभीर हैं तो उन्होंने इसके लिए बजट में प्रावधान क्यों नहीं किया..?
उद्योग- धंधों को देंगे मदद।
नेता प्रतिपक्ष ने आर्थिक मंदी के चलते उद्योग- धंधों के ठप होने और नौकरियां जाने के सवाल पर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इस बारे में सजग है। वैश्विक मंदी और अमेरिका – चीन के बीच ट्रेड वार का असर भारत पर भी नजर आ रहा है पर केंद्र सरकार उद्योगों को हरसंभव मदद देगी।
चिंदम्बरम मामले में कांग्रेस के आरोप गलत।
श्री भार्गव ने कांग्रेस नेता पी. चिंदम्बरम को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि चिदम्बरम को अदालत पहले कई बार मोहलत दे चुकी है। अगर वे निर्दोष हैं तो अदालत में प्रमाण रख सकते हैं। कांग्रेस राजनीतिक बदले का जो आरोप लगा रही है वह गलत है।
सरकार गिराने के सवाल पर साधी चुप्पी।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार गिराने के सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार किया। पत्रकारों ने ज्योतिरादिय सिंधिया को साधने को लेकर भी सवाल किए लेकिन श्री भार्गव सवाल को टाल गए। पाला बदलकर कांग्रेस का समर्थन करनेवाले बीजेपी के दो विधायकों के बारे में नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि वे अभी भी बीजेपी के सदस्य हैं।