इंदौर : जिला क्राइसिस कमेटी की बैठक में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए त्योहार मनाए जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। इस पाबंदी का विपक्षी दल कांग्रेस के साथ सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं ने भी विरोध करते हुए मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित किया था। होलिका दहन की परंपरा और शब ए बारात पर प्रतिबंध लगाना लोगों के भी गले नहीं उतरा। कांग्रेस को बीजेपी पर हमला करने का यह एक मुद्दा मिल गया था। कांग्रेसी विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल और शहर अध्य्क्ष विनय बाकलीवाल ने इसे सियासी मुद्दा बनाकर बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश शुरू कर दी थी। बीजेपी नेताओं ने भी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के होलिका दहन पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को गलत बताते हुए सीएम शिवराज का ध्यान इस ओर खींचा था। प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने भी फैसले से असहमति जताई थी।
कृष्णमुरारी मोघे ने सीएम को लिखा था पत्र।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखकर होलिका दहन की परंपरा पर रोक लगाने के फैसले को गलत बताया था। उन्होंने होलिका दहन व पूजन की समय सीमा तय कर उसमें कोरोना प्रोटोकॉल के अनुरूप संख्या निर्धारित करते हुए जनभावना के अनुरूप निर्णय लेने का आग्रह किया था।
कैलाश विजयवर्गीय ने भी पुनः विचार का किया था आग्रह।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी होलिका दहन पर रोक के मामले में आपत्ति जताते हुए उक्त फैसले पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया था।
आखिर चौतरफा दबाव के चलते सीएम शिवराज ने समुचित सावधानी के साथ सांकेतिक रूप से परंपरा के निर्वहन को हरी झंडी दे दी। इसके बाद प्रशासन को संशोधित आदेश जारी करते हुए होलिका दहन व शब ए बारात मनाने की सशर्त अनुमति देनी पड़ी।
सीएम का जताया आभार।
त्योहार की परंपरा निभाने की अनुमति देने पर वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने सीएम शिवराज को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार जताया है। बीजेपी के प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी ने भी होलिका दहन- पूजन की सशर्त अनुमति दिए जाने पर सीएम का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने शहर के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही त्योहार मनाएं।