15 दिवसीय बाल संस्कार शिविर का रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ हुआ समापन

  
Last Updated:  May 16, 2022 " 09:18 pm"

इंदौर : वंदन हैं समस्त शिक्षकों को जिन्होंने मात्र 15 दिनों की अवधि में बच्चों को अनेक विधाओं में ना सिर्फ पारंगत किया बल्कि उनके अंदर संस्कृति और संस्कार के ऐसे बीजों का रोपण कर दिया है कि आने वाले दिनों में जब बच्चो के अंदर ये बीज पल्लवित होगे तो समाज और राष्ट्र को नौजवानों की एक सशक्त और समृद्ध पीढ़ी तैयार मिलेगी जो अपनों और अपने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने को तैयार है ।
ये विचार देवपुत्र के प्रधान संपादक और वरिष्ठ पत्रकार कृष्णकुमार अष्ठाना ने महाराष्ट्र समाज राजेंद्र नगर एवं तरुण मंच द्वारा आयोजित 15 दिवसीय बाल संस्कार शिविर के समापन समारोह में व्यक्त किए।

रविवार शाम संपन्न हुए संस्कार शिविर के समापन समारोह में बच्चों की मंचीय प्रस्तुतियां देखने सैंकड़ों की संख्या में दर्शक उपस्थित थे।

गणेश विद्या मंदिर की अध्यक्ष स्नेहल महाजन और माधव विद्यापीठ की प्राचार्य निशा भाटिया ने अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा की सिर्फ 15 दिनों की अवधि में बच्चो ने क्या कुछ नहीं सीख लिया है वह भी सम्पूर्ण और समग्र रूप से, इससे यह सिद्ध होता है की बच्चों में सीखने की ललक भी है और जिज्ञासा भी लेकिन वर्तमान शिक्षा प्रणाली उन्हे यह अवसर उपलब्ध नहीं करवा रही है, इसलिए समाज और पालकों का दायित्व है की वे बच्चों को अपनी संस्कृति के मूल्य और संस्कारों से परिचित करवाएं। मनोरमा मेनन और अलका फणसे भी इस दौरान विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहीं।

बच्चों के माता पिता ने भी आयोजक संस्था और शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता के भाव समारोह के दौरान प्रकट किए जिन्होंने संस्कार शिविर आयोजन के माध्यम से उनके बच्चो को अमूल्य संस्कार दिए।

बच्चों ने पेश की अपनी प्रतिभा की झलक।

कार्यक्रम में बच्चों की प्रस्तुतियों की शुरुआत संस्कृत श्लोकों की नृत्यमय प्रस्तुति के साथ हुई । गुरुब्रह्मा गुरुविष्णु, शांताकारम भुजंग शयनम, और इसके जैसे कुछ और श्लोक बालक बालिकाओं ने नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किए । इसके बाद राम भजन, श्रीराम रक्षा स्तोत्र, नर्मदाष्टक आदि का बच्चो ने सस्वर पाठ किया। दो समूह गीत भी इस दौरान प्रस्तुत किए गए यह थे “गलत मत कदम उठाओ सोच कर चलो” और “देश ने हमको सब कुछ दिया अब हमें भी देना है।” सूर्य नमस्कार, योगासन,जूडो कराटे और भरत नाट्यम की आकर्षक प्रस्तुति भी बच्चों ने दी जिसे संस्कार शिविर में बच्चो को सिखाया गया।

लगभग दो घंटे चले इस कार्यक्रम में बच्चो ने अपनी प्रस्तुतियों से सबको सम्मोहित किया।

कार्यक्रम में समस्त शिक्षकों को अतिथियों ने श्रीफल और पुष्पमाला भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन शुभा देशपांडे ने किया। आभार मेधा जोशी ने माना।

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