इंदौर : कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में इंदौर के व्यापारी संगठनों के साथ शनिवार को बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता करते हुये कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि रोजगार की दृष्टि से व्यापार बहुत जरूरी है, मगर इस समय पूरा विश्व कोरोना के संकट से जूझ रहा है, अत: कोरोना से बचाव और सुरक्षा भी जरूरी है। इंदौर की जनता द्वारा सहज ढंग से मॉस्क लगाया जा रहा है। इसके अलावा सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी जरूरी है। जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में सतत जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सावधानी ही बचाव है। इस मुहिम में व्यापारियों का सहयोग अपेक्षित है।
कोरोना से बचाव की तैयार की गई रणनीति।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पूरे देश में मॉस्क का इतना व्यापक उपयोग किसी भी बड़े शहर में देखने को नहीं मिला है। व्यापारी संगठनों के साथ बैठक में कोरोना से बचाव के लिये भविष्य की रणनीति तैयार की गयी है। जिला प्रशासन द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रम, जुलूस आदि पर रोक लगा दी गयी है। कहीं भी भीड़भाड़ नहीं होना चाहिये। समाज के सभी धर्मों के लोग सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजर और मॉस्क के उपयोग पर विशेष ध्यान दें। बिना किसी चेतावनी के इसका कड़ाई से पालन करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना रोगियों का इलाज किया जा रहा है। उनके सैम्पल भी लिये जा रहे हैं। शुक्रवार को रेकार्ड 2960 सेम्पल लिये गये। जिले में बड़े पैमाने पर कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट रहे हैं। यह जिला प्रशासन की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि सेनेटाइजर के उपयोग और मॉस्क लगाकर तथा सामाजिक दूरी बनाकर हम आप कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद करेंगे। सेम्पिलिंग का उद्देश्य यह है कि मरीज की पहचान तत्काल हो जाये तो मरीज 7 दिन में ठीक हो जाता है और बीमारी गंभीर रूप नहीं ले पाती और न ही जानलेवा बन पाती है। जिला प्रशासन इस मुहिम में सफल रहा है। इस मुहिम में समाज के व्यापारियों, उद्योगपतियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, चिकित्सकों और अधिकारियों का व्यापक सहयोग मिल रहा है। कोरोना की लड़ाई हम जरूर जीतेंगे।
बैठक में अहिल्या चैम्बर ऑफ कॉमर्स के लोहा, कपड़ा, सोना, नमकीन, किराना आदि के व्यापारियों ने भाग लिया।