इंदौर : जिले में लगातार हो रही बारिश ने कहर ढा रही है। बीते 24 घंटों में करीब 11 इंच पानी बरस गया। इससे पिछले 39 साल का रिकॉर्ड टूट गया। अगस्त 1981 में एक ही दिन में 9 इंच पानी बरसा था। बरसात सतत जारी होने से नदी- नालों में बाढ़ आ गई है। छोटे पुल- पुलियाएं डूब जाने से कई रास्तों पर आवागमन ठप हो गया है। नदी किनारे बसी और निचली बस्तियों में पानी भर जाने से लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। निकासी नहीं होने से कई मध्यम वर्गीय कॉलोनियां में भी जलजमाव हो गया है। बारिश के जारी होने से राहत आउट बचाव कार्य में भी दिक्कतें आ रही हैं।
कान्ह व सरस्वती नदियां उफान पर..
शहर के बीच से बहने वाली कान्ह व सरस्वती नदी में बाढ़ आ गई है। जूनी इंदौर मुक्तिधाम, लोहामंडी, शिवाजी मार्केट सहित कई पुल- पुलियाओं के ऊपर से पानी बह रहा है। रामबाग पुल को भी लगभग छूते हुए नदी का पानी बह रहा है। नदी किनारे बसी बस्तियों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। वहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
भूतेश्वर महादेव मन्दिर में भरा पानी।
शहर के पश्चिमी क्षेत्र में बाढ़ का पानी घरों में घुसने और जलभराव की शिकायतें ज्यादा आई। द्वारकापुरी, चांदमारी का भट्टा, रेवेन्यू नगर, सिकन्दराबाद कॉलोनी, बाणगंगा सहित अन्य इलाकों की बस्तियों में पानी भर जाने से लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा। शहर के बीच नार्थ तोड़ा बस्ती में भी बाढ़ का पानी घुस गया। वहां रहने वाले लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया। उधर नदी में आई बाढ़ से दास बगीची और भूतेश्वर महादेव मंदिर भी अछूते नहीं रहे।बाढ़ का पानी मन्दिर में प्रवेश कर गया।
उधर पूर्वी क्षेत्र के मूसाखेड़ी इलाके में भी रहवासी बस्ती में पानी भरने की शिकायत मिली।
एमआर 10 पर आवागमन ठप।
लव- कुश चौराहे से एमआर 10 विजय नगर की ओर जाने वाला मार्ग परिवर्तित किया गया है। एमआर 10 के नाले में बाढ़ आने से पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इसके चलते पुलिस ने वहां से आवागमन रोक दिया है। सांवेर रोड से खातीपुरा, गौरी नगर, बापट चौराहा होते हुए विजय नगर जाया जा सकता है।
प्रभावितों को धर्मशालाओं में किया जा रहा शिफ्ट।
इस बीच मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने बाढ़ प्रभावित बस्तियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित लोगों को समीपस्थ धर्मशालाओं में शिफ्ट करने और उनके लिए भोजन पानी का इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
अधिकारी कर रहे सतत भ्रमण।
कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र और निगमायुक्त प्रतिभा पाल सतत शहर का भ्रमण कर प्रभावित बस्तियों का जायजा ले रहे हैं। पानी की निकासी का इंतजाम करने के साथ बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए नगर निगम, होमगार्ड और एसडीआरएएफ की टीमों अलग- अलग क्षेत्रों में तैनात किया गया है। प्रशासनिक और निगम के अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य मुस्तैदी के साथ अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल जान माल की हानि का कोई समाचार नहीं मिला है।
रेड जोन में है इंदौर..
सैटेलाइट तस्वीरों में मप्र के जिन हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ का असर ज्यादा नजर आ रहा है, उनमें इंदौर भी शामिल है। इसे रेड जोन में बताया गया है। अर्थात यहां भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। इंदौर में आगामी दो- तीन दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है।