गोविन्द मालू
दाल बाटी वाला मालवा- निमाड़ अब काँग्रेस की राखोड़ी में घी नहीं डालेगा क्योंकि लोगों को इन्होंने ही बता दिया कि कमलनाथ तो व्यापारी, उद्योगपति और कलकत्ता से आए बिजनेसमेन हैं, सेवक नहीं हैं। व्यापारी प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट बनाते हैं,जिसमें मुनाफा या घाटा दर्शाया जाता है जबकि सेवक लाइबिलिटी और एसेट कितनी है यह अकाउंट बनाते हैं। लाभ नहीं दिखाते, बचत दिखा कर अगले वर्ष खर्च करने के लिए प्रावधान करतें हैं।
आप बताइए कलकत्ता के व्यापारी को चुनना हैं या सेवक शिवराज को!
फैसला कर चुके हो आप।जनता की बेलेन्स शीट में कमलनाथजी लाइबिलिटी और शिवराज जी एसेट है।
जनता का वोट रूपी घी काँग्रेस की राखोड़ी में अब नहीं डलेगा।
Facebook Comments