इंदौर : आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर शुभोमय डे और पीएमआईआर के डॉ. दीपक जारौलिया ने देश के सांसदों का कोविड के दौरान लीडरशिप पर सर्वे किया है जिसमें इंदौर के सांसद शंकर लालवानी प्रथम स्थान पर रहे हैं।
इस सर्वे के बारे में जानकारी देते हुए आईआईएम के प्रोफेसर शुभोमय डे ने कहा कि कोरोना के कठिन वक्त में हमने जनप्रतिनिधियों की नेतृत्व क्षमता का अध्ययन किया है। इस सर्वे में दूरदर्शिता, निर्णय क्षमता, प्रतिबद्धता, साहस, सहानुभूति, इंटेलीजेंस जैसे महत्वपूर्ण नेतृत्व गुणों का अध्ययन किया गया।
इस दौरान प्री लॉकडाउन एक्टिविटी, मीटिंग्स की संख्या, लोकसभा क्षेत्र में की गई पहल, सामाजिक कामों में योगदान, जागरूकता बढ़ाने और केंद्र सरकार के साथ समन्वय करने जैसे महत्वपूर्ण मापदंड थे। लीडरशिप सर्वे के इन मापदंडों का माइक्रोसॉफ्ट के बीआई प्लेटफॉर्म की मदद से विश्लेषण किया गया।
इस लीडरशिप सर्वे के मुताबिक पहले स्थान पर रहे सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रेरणास्त्रोत बताते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अथक परिश्रम के लिए प्रेरित करते हैं।
सांसद लालवानी ने इंदौर की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि इतने सख्त लॉकडाउन को इंदौर की जनता ने ही कामयाब बनाया और शहर को कोरोना से बचाया है।
लालवानी ने मां अहिल्या को सुशासन का प्रतीक बताते हुए कहा कि माता अहिल्या सदैव अपनी जनता की फिक्र करती थी और उनके शहर का प्रतिनिधित्व करना गौरव की बात है।
कोरोना के सबसे कठिन काल में सांसद लालवानी लगातार कई मोर्चों पर सक्रिय रहे हैं और केंद्र सरकार, राज्य सरकार, ज़िला प्रशासन एवं जनता के बीच समन्वय की भूमिका निभाई है।
इस सर्वे में मंत्रीपद या अन्य राष्ट्रीय स्तर की ज़िम्मेदारी निभा रहे सांसदों को शामिल नहीं किया गया था।
इससे पहले साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी के सर्वे में भी सांसद शंकर लालवानी देश के सबसे सक्रिय सांसद रहे हैं।