गोपी नेमा ने आपदा प्रबंधन पर खड़े किए सवाल, सीएम को लिखा पत्र, तीसरी लहर को लेकर अभी से तैयारी करने पर दिया जोर

  
Last Updated:  May 17, 2021 " 09:50 pm"

इंदौर : पूर्व विधायक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपीकृष्ण नेमा ने अपनी ही पार्टी की सरकार और प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मेल पर एक पत्र भेजकर नेमा ने आपदा प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सीएम को लिखा पत्र मीडिया को भी जारी किया है। उन्होंने अपने पत्र के जरिए कहा है कि प्रशासन ने लॉक डाउन के जरिए पब्लिक प्रबंधन करके संक्रमण को कम कर लिया पर आपदा प्रबंधन में नाकाम रहा। आम आदमी हवा और दवा के लिए परेशान होता रहा और शासन- प्रशासन के संपूर्ण निर्देशों का पालन भी करता रहा उसी से आंकड़ों में कमी आई।

तीसरी लहर से निपटने की तैयारी अभी से करें।

गोपी नेमा ने कहा है कि लॉकडाउन हटने के बाद कोरोना की तीसरी लहर की आहट सुनाई दे रही है। हम उसका सामना कैसे करेंगे इसकी तैयारी आज से ही करना जरूरी है नहीं तो हमें फिर लॉक डाउन देखना पड़ेगा और महामारी की त्रासदी भुगतना पड़ेगी।

जनभागीदारी ही तीसरी लहर से बचा सकती है।

वरिष्ठ नेता गोपी नेमा ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को कई सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने लिखा है कि शासन-प्रशासन के साथ जनभागीदारी और जन जागरण ही हमें तीसरी लहर से बचा सकता है। इस पर राजनीतिक दृष्टिकोण से हटकर सरकार को विचार करना चाहिए।

मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में क्या कुछ लिखा है गोपी नेमा ने आप खुद पढ़िए:-

माननीय श्री शिवराज सिंह जी चौहान
मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश

माननीय सेवा में अनुरोध है संपूर्ण प्रदेश में विगत समय से पूर्ण लॉक डाउन लगा हुआ है जो वर्तमान में मई के अंत तक बढ़ाया गया है
कोरोना के दूसरे चरण में यह बीमारी गांव तक पहुंच गई है। पहले चरण में यह शहरों तक सीमित थी और मृत्यु दर भी कम थी। वर्तमान में मृत्यु के आंकड़े डराने वाले हैं।
इस दौर में पूरे प्रदेश में दवा और हवा की कमी अर्थात इंजेक्शन, ऑक्सीजन व अस्पताल में बेड की कमी के भयानक दृश्य प्रदेश वासियों ने देखे हैं। शासन और प्रशासन की जागरूकता ने इस दूसरे चरण को कंट्रोल में करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है पर इसमें हम जनता की सकारात्मक भूमिका को अनदेखा नहीं कर सकते। जनता के सहयोग के बिना इस दूसरे चरण की महामारी पर नियंत्रण संभव नहीं था। शासन एवं प्रशासन के संपूर्ण निर्देशों का पूर्णतया पालन कर आम व्यक्ति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आज संक्रमण दर बीमारी एवं मृत्यु के आंकड़े पूर्व से निश्चित रूप से कम हुए हैं, जो संतोष का विषय है।
कॉविड पश्चात हुए प्रभाव से कई व्यक्तियों को ब्लैक फंगस हार्ट अटैक जेसी जानलेवा बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है ब्लैक फंगस इंजेक्शन दवाई की फिर कमी दिखाई देने लगी है। शासन प्रशासन इस पीड़ा से भी लोगों को मुक्त करने का प्रयास कर रहा है और उसमें सफलता भी मिल जाएगी।
दूसरा चरण लगभग समाप्ति पर है और आज नहीं तो कल लॉकडाउन भी समाप्त हो जाएगा लॉकडाउन के दौरान आपदा प्रबंधन के नाम पर प्रशासन आपदा का प्रबंध नहीं कर पाया लेकिन पब्लिक प्रबंधन जरूर कर लिया जिससे बीमारी संक्रमण में कमी आई और सब को यह लगने लगा कि दूसरा चरण समाप्त हो रहा है।
ईश्वर करें यह सत्य हो मैं विशेषज्ञ नहीं हूं पर जो देखा वह लिख रहा हूं की पब्लिक प्रबंधन से यह दूसरा दौर समाप्त हुआ है। आपदा प्रबंधन के लिए हम आज भी तैयार नहीं हैं। तीसरे चरण की आहट विशेषज्ञ बता रहे हैं। उनसे निपटने के लिए दवा इंजेक्शन हॉस्पिटल का क्या इंतजाम है, हर वर्ग और समाज में हमारी संस्कृति में उत्सव प्रियता है। लॉकडाउन समाप्ति पर फिर वही शादी, उत्सव बड़े-बड़े आयोजन किए जाएंगे। पहले और दूसरे चरण के दुख को हम भूल जाएंगे और तीसरे चरण को आमंत्रित कर फिर बीमारी का सामना करेंगे। उस स्थिति में से निपटने के लिए लॉक डाउन के बाद क्या किया जाए इस पर विचार जरूरी है
हम इस पर विचार नहीं करेंगे तो हमें फिर लॉक डाउन का सामना करना पड़ेगा जो उद्योग व्यापार के साथ आर्थिक प्रताड़ना का कारण बनता है। आप बार बार कह चुके हैं की लॉकडाउन इसका इलाज नहीं है हमें फिर यह नहीं लगाना पड़े इसलिए जरूरी है कि हम भविष्य की आहट को पहचान कर अभी से कार्य योजना तैयार करें।
इस संबंध में मेरा आपसे सुझाव है की शासन प्रशासन राजनीतिक दलों के अलावा जनभागीदारी एवं जन जागरण हेतु आम जन को सम्मिलित किया जाए और उसकी पहल है की समाज, समाज सेवी संगठन,सभी धर्मों के प्रमुख धर्मगुरु,विद्वान जन साहित्यकार, लेखक,कवि, मीडिया,हर वर्ग डॉक्टर,वकील,इंजीनियर एनजीओ एवं जनता के बीच काम करने वाले हर व्यक्ति को सम्मिलित कर तीसरे चरण से लड़ने का वातावरण बनाकर जनता में समझाइश का दौर चलाएं की हम हमारा परिवार, हमारे परिजन स्वस्थ और जिंदा रहेंगे तो जिंदगी भर उत्सव मनाते रहेंगे। वर्तमान में इन सब से बचना ही जिंदगी है। वैक्सीन है तो जिंदगी के सब सीन है। यह महामारी को मारने का मंत्र है और आप सबका सहयोग शासन और प्रशासन को मिले यह अनुरोध ही तीसरे चरण को आने से पूर्व समाप्त कर देगा यह मेरा विश्वास है।
अंत में आपसे अनुरोध है की मेरे इन सुझावों पर विशेषज्ञों से सलाह मशवरा कर क्रियान्वयन कर प्रदेश को भावी संकट से बचाने की कार्य योजना बनाए यही अनुरोध यही निवेदन यही विनती है

सेवा में
सादर
गोपीकृष्ण नेमा
पूर्व विधायक इंदौर

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *