इंदौर : नकली दवाओं पर नकेल कसने की केंद्र सरकार ने तैयारी कर ली है। इसके तहत केंद्र
सरकार ने दवाएं बनाने में इस्तेमाल होने वाले एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट्स (API) पर क्यूआर कोड (QR Code) लगाना अनिवार्य कर दिया है। ग्राहक अब किसी भी दवा पर मौजूद QR कोड को मोबाइल से स्कैन कर इसकी हकीकत जान सकेंगे।
बेसिक ड्रग डीलर एसोसिएशन मप्र के सचिव जेपी मूलचंदानी ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटिकल सेक्टर में केंद्र सरकार का यह निर्णय मील का पत्थर साबित होगा। ईमानदारी से काम करने वाले दवा व्यवसाई व निर्माताओं के लिए यह निर्णय लाभदायक है। बेसिक ड्रग में क्यूआर कोड की अनिवार्यता से नकली दवा बनाने वह हेरफेर करने वालों पर लगाम कसेगी। मूलचंदानी के मुताबिक बेसिक ड्रग डीलर एसोसिएशन मप्र ने ही दवाई निर्माता कम्पनियों के साथ नकली दवाइयों के गोरखधंधे पर नकेल कसने की मांग केंद्र सरकार से की थी, उसी का ये सार्थक परिणाम है।