इंदौर : डीजीपी सुधीर सक्सेना ने इंदौर प्रवास के दौरान बुधवार को पुलिस थाना बाणगंगा एवं महिला थाने का निरीक्षण किया।उन्होंने पुलिस कर्मियों से सीधा संवाद किया और पुलिस थानों की कार्यप्रणाली का बारीकी से निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश। दिए।
25 अप्रैल से इंदौर प्रवास पर आए डीजीपी सुधीर सक्सेना पहले थाना बाणगंगा पहुंचे।उन्होंने पूरे थाने का भ्रमण कर संधारित रिकार्ड का अवलोकन किया। इस दौरान सीसीटीएनएस में किस प्रकार प्रविष्टियां की जा रही है, उसमें अपने सामने ऑपरेटर से एंट्री करवाकर देखा और स्वयं भी चेक किया। शिकायत रजिस्टर के साथ समंस वारंट रजिस्टर को भी चेक कर लंबित वारंटों की जानकारी ली। उसमें प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। थाने के भ्रमण के दौरान माल खाने का भी अवलोकन किया और शस्त्रागार में जाकर हथियारों को भी परखा की वह साफ-सुथरे एवं चलित अवस्था में है अथवा नहीं । बलवा ड्रिल की सामग्री टियर गन, टियर गैस सेल आदि के बारें मे भी जानकारी ली।
डीजीपी सक्सेना ने महिला संबंधी अपराधों को प्राथमिकता से लेते हुए उनकी शिकायतों की स्थिति का भी जायजा लिया।उन्होंने थाने में संचालित ऊर्जा डेस्क का अवलोकन कर,उसकी व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली।
थाने पर संबंधित कर्मचारियों के साथ बैठकर सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों की क्या स्थिति है, के बारें में भी जानकारी ली और शिकायतों का त्वरित निराकरण कर पीड़ितों की समस्याओं के समाधान के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डीजीपी सक्सेना ने बाणगंगा थाने के निरीक्षण के दौरान फीडबैक रजिस्टर से शिकायतकर्ता का नंबर लेकर कॉल किया और पुलिस कार्रवाई का फीडबैक भी लिया।
पुलिस थाना बाणगंगा के निरीक्षण के पश्चात डीजीपी नगरीय इंदौर के महिला थाने पर पहुंचे और वहां पर महिला पुलिस कर्मियों का रोल कॉल कर उनके हाल-चाल पूछे और उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी प्राप्त की । पीड़िताओं की समस्या के समाधान के लिये कार्य के बारें में जानकारी ली। इस दौरान आपने महिला थाने का भ्रमण कर हवालात आदि सभी जगहों को चैक किया और संधारित रिकार्ड हेतु विभिन्न रजिस्टरों का बारीकी से अवलोकन किया गया। सीसीटीएनएस में प्रविष्टियों के संबंध में जानकारी ली गयी और थाने पर मुंशी से उनकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी ली ।
डीजीपी द्वारा महिला थाना प्रभारी से भी पीड़िताओं के प्रकरणों में डीएनए आदि की प्रक्रिया के संबंध में पूछा और थाने पर किस प्रकार के कितने अपराध पंजीबध्द होते है, इसके बारे में पूछा, जिस पर थाना प्रभारी द्वारा बताया कि दहेज संबधी प्रकरण अधिक पंजीबध्द हुए है। थाना प्रभारी ने थाने की कार्यप्रणाली के बारें में जानकारी देते हुए बताया कि महिला संबंधी विभिन्न प्रकार की शिकायतें थाने में प्राप्त होती है, जिनमें कई मामूली पारिवारिक विवाद आदि से संबंधित होती है, जिन्हें परिवार परामर्श के द्वारा उनकी काउंसलिंग कर उचित समझाईश दी जाती है, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान हो जाता है। तत्पश्चात महिला संबंधी अपराधों के प्रकरण थाने में पंजीबध्द होते है। इस दौरान महिला थाना द्वारा एआईएसीटीएल के सहयोग से सिटी बसों में यात्रा हेतु पीड़ित महिलाओं के लिये “चलो चलें” कार्ड भी बनाया गया है, जिसके द्वारा महिलाएं किसी भी सिटी बस में फ्री में यात्रा कर सकती है, डीजीपी ने उक्त कार्ड बनाने की योजना पर संतोष व्यक्त करते हुए पूरी टीम को शाबासी दी।
डीजीपी महोदय द्वारा महिला थाना पर पदस्थ सभी पुलिस कर्मियों से उनकी समस्याओं आदि के संबंध में भी जानकारी लेकर उचित दिशा-निर्देश दिये गये और उन्हें अच्छे से कार्य करने के लिये प्रोत्साहित करते हुए उनका उत्साहवर्धन भी किया गया।
महिला थाने पर भ्रमण के दौरान नगर सुरक्षा समिति के जिला संयोजक श्री रमेश शर्मा अपनी नगर सुरक्षा समिति की टीम के साथ डीजीपी से सौजन्य भेंट करने पहुंचे तो उन्होनें नगर सुरक्षा समिति किस प्रकार कार्य कर रही है ओर इनका सहयोग इंदौर पुलिस द्वारा किस प्रकार लिया जा रहा है, के संबंध में भी जानकारी लेकर नगर सुरक्षा समिति सदस्यों का भी उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक महोदय के साथ पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र, अति. पुलिस आयुक्त (का./व्य.) इंदौर, श्री मनीष कपूरिया एवं अति. पुलिस आयुक्त (अपराध/मुख्यालय) इंदौर श्री राजेश हिंगणकर भी साथ रहे।