भाजपा महापौर के प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव साहित्य, कला मंच, सफाईकर्मी, खेल संगठनों, अखाडों के पहलवान और खलिफाओं से मिले।
इंदौर : भारतीय जनता पार्टी के महापौर पद के प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव ने सुबह ग्रीन संकल्प अभियान के अंतर्गत राजीव गांधी प्रतिमा चौराहा स्थित शिव मंदिर में वृक्षारोपण कर नीम का पौधा लगाया। इसके बाद वे अटल आईबस में सवार होकर युवा विद्यार्थियों व यात्रियों से मिले और उनसे परस्पर संवाद स्थापित किया। युवाओं ने स्टार्टअप योजना में रुचि दिखाई और विकास व प्रगति के लिए भारतीय जनता पार्टी के समर्थन का वादा भी किया।
श्री भार्गव ने साहित्य, कला, रंगमंच व लेखन से जुड़े प्रबुद्ध वर्ग से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर साहित्यकार सरोजकुमार, सूर्यकांत नागर, शोभा ताई पैठणकर, प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, कीर्ति राणा सहित कला व संस्कृति से जुड़े कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
श्री भार्गव ने इस अवसर पर कहा कि यह चुनाव इंदौर के भविष्य का चुनाव है, इंदौर ने देशभर में कला व संस्कृति के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। हम इंदौर की इस उत्सव प्रियता को कायम रखते हुए इंदौर को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। मध्यप्रदेश की रणजी क्रिकेट टीम ने मुंबई को हराकर प्रदेश को गौरवान्वित करने का कार्य किया है। युवा खेलों में नाम कमाकर, इंदौर का नाम रोशन करे, इसके लिए मैदानों व सुविधाओं पर ध्यान दिया जाएगा, खेलों के साथ-साथ शहर की संस्कृति और कला के लिए रचनात्मक, सृजनात्मक कार्यो के साथ इंदौर को हर क्षेत्र में नम्बर वन बनाने का प्रयास रहेगा।
बीजेपी महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव ब्रजलाल, छोगालाल उस्ताद व्यायाम शाला पहुंचे और कसरत करने वाले पहलवानों और उस्ताद खलिफाओं से चर्चा की। भार्गव ने आश्वस्त किया कि अखाडों व खेलों के लिए जो बेहतर हो सकता है, वो करेंगे। अखाडों से हमारी संस्कृति जुड़ी है आने वाले दौर में हम अपने पारम्परिक अखाडांं परंपरा को पुनः प्रश्रय देकर स्वस्थ्य सेहत का आधार बनायेंगे। बीजेपी महापौर प्रत्याशी भार्गव ने सफाईकर्मियों से भी मुलाकात भी व उनसे विभिन्न व्यवहारिक विषयों पर बातचीत की।
उन्होंने बाबू जगजीवन राम नगर में सेवा बस्ती महिलाओ व युवाओं से परस्पर चर्चा की। रहवासियों के साथ स्वास्थ्य,चिकित्सा, शिक्षा जैसे मौलिक विषयों पर शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ आम जनता तक पहुंचाने हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त युवा संगठन, राष्ट्रीय खेल मंच, पारम्परिक भारतीय खेल संगठन के युवाओं से परम्परागत भारतीय खेलों के विकास व संरक्षण के विषय में भी चर्चा की।