इंदौर : रविवार को इंदौर प्रेस क्लब में पधारे पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने पत्रकारों से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इंदौर के विकास और उससे जुड़ी समस्याओं पर खुलकर अपनी बात रखी। मंत्री वर्मा ने माना कि ट्रैफिक जाम इंदौर की सबसे बड़ी समस्या है। इससे निजात पाने के लिए शहर में कई फ्लाईओवर्स के निर्माण की जरूरत है। अकेले रिंग रोड पर ही 12 पुलों की जरूरत है। अपने विभाग पीडब्ल्यूडी के जरिये वे फिलहाल 4 पुलों का निर्माण करने जा रहे हैं। इसके प्रस्ताव बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
बीआरटीएस को उखाड़ फेंकना चाहिए।
मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने शहर के बिगड़े ट्रैफिक के लिए बीआरटीएस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी निजी राय में इसे उखाड़ फेंकना चाहिए। उन्होंने कहा कि एलआईजी से व्हाइट चर्च चौराहे तक एलिवेटेड ब्रिज बनाने के लिए पूर्व में नगरीय प्रशासन मंत्री रहते उन्होंने पहल की थी। कमलनाथजी उससमय केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने ब्रिज के लिए 40 करोड़ रुपए भी मंजूर किये थे लेकिन बीजेपी के मप्र में सत्ता में आ जाने से वो योजना ठंडे बस्ते में चली गई। इसीतरह पलासिया चौराहे पर ग्रेड सेपरेटर की योजना भी सांसद के विरोध के चलते आगे नहीं बढ़ पाई।
फण्ड के लिए गडकरी का दरवाजा खटखटाएंगे।
मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने माना कि सरकार का खजाना खाली है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह पौने दो लाख करोड़ का कर्ज छोड़ गए हैं बावजूद इसके किसान कर्ज माफी सहित कांग्रेस के वचन पत्र के तमाम वादे पूरे किए जाएंगे। सीएम कमलनाथ को मैनेजमेंट का लंबा अनुभव है। वे रास्ता ढूंढ ही लेंगे।
मंत्री वर्मा ने कहा कि ब्रिज निर्माण के लिए फण्ड जुटाने के लिए वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिलेंगे। उन्हें उम्मीद है कि गडकरी का सहयोग उन्हें मिलेगा।