उल्लास और उमंग के दीपोत्सव में शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों की कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों के लिए अनूठी पहल।
मंत्री द्वय तुलसी सिलावट व ऊषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक और कलेक्टर ने बच्चों को मिठाइयां, फटाके तथा अन्य उपहार वितरित किए।
इंदौर : कलेक्टर कार्यालय में इंदौर में मानवीय संवेदना की अनूठी मिसाल देखने को मिली। शासन-प्रशासन के प्रतिनिधियों ने मिलकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर उत्साह और उमंग के त्योहार दीपावली को कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के साथ मनाया। उन्हें कोरोना से खोए हुए माता-पिता की कमी महसूस नहीं होने दी।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक गण रमेश मेंदोला और महेंद्र हार्डिया, कलेक्टर मनीष सिंह ने माता पिता को खो चुके इन बच्चों को दीपावली के उपहार वितरित किए। ऐसे बच्चे जो कार्यक्रम में नहीं आ पाए उन्हें घर जाकर उपहार दिए जाएंगे।
इस मौके पर पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, अपर कलेक्टर अभय बेडेकर तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया इस दौरान उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कोरोना से अनाथ हुए बच्चे, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के बाल हितग्राही व उनके परिजन मौजूद थे। इन बच्चों से सभी अतिथियों ने आत्मीयता से चर्चा की, उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। इस मौके पर अतिथियों ने बच्चों को स्कूली बैग, मिठाइयां, पटाखे, नमकीन व अन्य उपहार वितरित किए। अतिथियों ने बच्चों को भरोसा दिलाया कि हर सुख-दुख में हम उनके साथ हैं। उन्हें किसी भी तरह की कमी महसूस नहीं होने देंगे। उनकी सभी समस्याओं का हमेशा त्वरित और सकारात्मक निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा।