इंदौर : शहर में रह रहे मैथिल समाज के लोगों की संस्था मैथिल सामाजिक मंच द्वारा जानकी महोत्सव एवं मिथिला विभूति पर्व समारोह का आयोजन किया गया। मिथिला की संस्कृति, परंपरा तथा मैथिली लोक गीतों की मधुरता का अपूर्व संगम इस समारोह में देखने को मिला। मिथिला के कलाकारों द्वारा सुमधुर मैथिली लोक गीतों की प्रस्तुतियां दी गई।
मिथिला के उभरते गायक देवानंद झा द्वारा प्रस्तुत भगवती गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद मैथिली एवं मिथिला का वर्णन करते हुए एक गीत प्रस्तुत किया गया। गायिका जुली झा ने माँ सीता, भगवान राम, छठ, मिथिला के भाई बहन का पर्व सामा चकेबा तथा होली पर आधारित मैथिली लोक गीतों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के बीच-बीच में उद्घोषक राजीव ठाकुर ने हास्य एवं मैथिली चुटकुलों के माध्यम से लोगों को हंसाया, गुदगुदाया।
मैथिल समाज के लोगों ने सरकार से प्रदेश में मैथिली साहित्य अकादमी खोलने की मांग की।
इससे पूर्व समारोह के मुख्य अतिथि दरभंगा के सांसद गोपाल ठाकुर ने अपने विचार रखते हुए मैथिली भाषियों से अपनी मातृभाषा में बच्चों से संवाद कर मैथिली भाषा को संवर्धित करने का आग्रह किया।
मैथिल सामाजिक मंच के संरक्षक के के झा ने कहा कि दरभंगा के सांसद ने शहर के मिथिला समाज के लोगों की मांग पर इंदौर को बिहार की सांस्कृतिक राजधानी तथा मिथिला की हृदयस्थली दरभंगा से ट्रेन एवं हवाई मार्ग से जोड़ने हेतु उचित कारवाई करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मैथिल समाज के वरिष्ठ लोगों द्वारा प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया जिसमें राज्य सरकार से प्रदेश में मैथिली साहित्य के संवर्धन हेतु मैथिली साहित्य अकादमी खोलने की मांग की गई। समारोह में सैंकड़ों की संख्या में शहर में रह रहे मैथिल समाज की महिलाएं, माताएं, पुरुषों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का आनंद लिया।