रीवा – सीधी को जोड़ने वाली मोहनिया टनल का केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किया लोकार्पण

  
Last Updated:  December 11, 2022 " 01:04 pm"

सीधी : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को मध्यप्रदेश की सबसे लंबी सुरंग का लोकार्पण किया। रीवा जिले में दो हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनी मोहनिया टनल के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। ये टनल झांसी (उत्तरप्रदेश) को रांची (झारखंड) से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-39 पर बनी है।लोकार्पण का मुख्य कार्यक्रम सीधी वाले हिस्से में हुआ। केंद्रीय मंत्री गडकरी फोरलेन चोरहटा बायपास से होते हुए मोहनिया टनल पहुंचे। यहां उन्होंने 100 फीट का तिरंगा फहराया। फिर बदवार सोलर प्लांट के करीब बने मंच से आमसभा करते हुए 2400 करोड़ के कामों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इस दौरान लघु फिल्म प्रेजेंटेशन के माध्यम से इन योजनाओं की उपयोगिता बताई गई।

देश की सबसे अनूठी सुरंग।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस मौके पर कहा कि मोहनिया टनल भारत की अनूठी सुरंग है, जिसमें सबसे नीचे टनल, फिर बाणसागर की नहर और सबसे ऊपर पुराना सड़क मार्ग है। ये ऑप्टिकल फाइबर युक्त टनल है, जिसमें प्रत्येक 300 मीटर के बाद एक टनल से दूसरे टनल में जाने के लिए रास्ता है।

2,280 मीटर लम्बी है टनल।

मोहनिया टनल की कुल लम्बाई 2280 मीटर है, जो 6 लेन की है। तीन लेन आने के लिए और तीन लेन जाने के लिए है। सुरंग को आपस में जोड़ने के लिए अन्दर 7 स्थानों पर अंडर पास दिए गए हैं। अगर कोई वाहन चालक विपरीत परिस्थितयों में बीच से वापस लौटना चाहे, तो आसानी से लौट सकता है। अंदर 46 फैन लगाए गए हैं। सेफ्टी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे, फायर सिस्टम, कंट्रोल रूम और अनाउसमेंट सिस्टम लगाया गया है।

रीवा-सीधी के बीच 7 KM की दूरी होगी कम।

टनल बन जाने से रीवा-सीधी के बीच 7 KM की दूरी घट गई है। आना-जाना आसान होने से मोहनिया घाटी का 45 मिनट का सफर सिर्फ 5 मिनट में तय होगा। टनल जंगली जानवरों की सेफ्टी में भी मददगार है। दरअसल, अब घाट का रास्ता बंद होने से जंगली जानवर अपने एरिया में खुलकर विचरण कर सकते हैं।

सुरंग की शुरुआत में देश का सबसे बड़ा सोलर प्लांट।

सुरंग की शुरुआत में देश का सबसे बड़ा सोलर प्लांट भी है। सीधी के छोर पर जहां सुरंग समाप्त होती है, वहां ऊपर से बाणसागर बांध की नहर गुजर रही है। इस नहर से उत्तरप्रदेश राज्य को पानी दिया जाता है। काफी मशक्कत के बाद नहर को बंद कर चार महीने में एक्वाडक्ट का निर्माण किया गया। सुरंग के ऊपर से भी एक अन्य नहर और सड़क गुजर रही है।

मैहर से चित्रकूट अब सवा घंटे में।

श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मैहर से चित्रकूट तक एक बायपास बनाया जा रहा है, जो 2023 तक बनकर तैयार होगा। इसकी मदद से श्रद्धालु 1 घंटे 20 मिनट में चित्रकूट पहुंच जाएंगे। इसके लिए सिरमौतर से डभौरा से 38 किमी की सड़क का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। उमरिया से शहडोल तक 512 करोड़ की लागत से बन रही टू-लेन सड़क का काम भी 2023 तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा दो अन्य बायपास भी बनाए जा रहे हैं। साथ ही शहडोल से सागरटोला और सागरटोला से अमरकंटक तक टू लेन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।

रीवा से सीधी मार्ग होगा फोरलेन।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में चंबल एक्सप्रेस हाईवे की लंबाई 306 किमी रहेगी। इंदौर से हैदराबाद तक 685 किमी का हाईवे औद्योगिक विकास के लिए उपयोगी होगा। रीवा से सीधी का मार्ग फोरलेन किया जाएगा। इस सड़क की डीपीआर बनाकर 2024 में काम शुरू हो जाएगा। रीवा बायपास को टू लेन से फोरलेन करने के लिए 2023 तक काम शुरू हो जाएगा। सीधी से सिंगरौली सड़क का काम जल्द शुरू हो जाएगा। नर्मदापथ का काम भी दिसंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा। इससे नर्मदा परिक्रमा और सुगम हो जाएगी।

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