इंदौर : विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति और प्रन्यासी मंडल की बैठक शुक्रवार को बायपास के समीप स्थित अग्रसेन महासभा भवन में प्रारंभ हुई। बैठक के एजेंडे पर प्रकाश डालते हुए विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बताया कि इस दौरान मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, धर्मांतरण, लव जिहाद, घुसपैठ, जनसंख्या असंतुलन, जिहादी हिंसा और गौहत्या जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा कर उनसे निपटने की योजना बनाई जाएगी।
सामाजिक समरसता बढ़ाएंगे।
परांडे ने कहा कि हिंदू समाज में विघटन के षड्यंत्र को रोकने के लिए विहिप सामाजिक समरसता अभियान चलाएगी। इसी के साथ हिंदू समाज की वर्तमान स्थिति विद्यमान चुनौतियां और उनसे निपटने के उपायों पर भी चर्चा की जा रही है। धर्मांतरित लोगों की घरवापसी का अभियान भी जोर शोर से चलाया जा रहा है।
72 लाख नए हित चिंतक बनें
विहिप के केंद्रीय महामंत्री परांडे ने बताया कि नवंबर माह में संपन्न हुए हित चिंतक अभियान में विहिप के 72 लाख हित चिंतक बने हैं। इनमें 15 लाख माता – बहनें और 35 लाख युवा हैं। इस अभियान के जरिए हम 1 लाख 23 हजार गांवों तक पहुंचे हैं। 2024 में विहिप के 60 वर्ष पूरे होने तक हम और एक लाख गांवों में समितियों का निर्माण करेंगे।
परांडे ने बताया कि तीन दिवसीय केंद्रीय प्रबंध समिति और प्रन्यासी मंडल की बैठक में देश – विदेश से 350 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, मातृशक्ति के प्रतिनिधि भी इनमें शामिल हैं। ये प्रतिनिधि अपने – अपने राज्यों में किए गए कार्यों का लेखा – जोखा प्रस्तुत करने के साथ आगामी छह माह की कार्ययोजना भी बताएंगे।
उन्होंने कहा कि विहिप के सेवा कार्यों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। समाज के वंचित वर्ग के सशक्तिकरण की दिशा में विहिप लगातार प्रयासरत है।