अंडमान निकोबार पहुंचा मानसून, केरल में 31 मई तक दे सकता है दस्तक।
भोपाल : भीषण गर्मी से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है।मानसून की हलचल शुरू हो गई है। केरल व तमिलनाडु में प्री मानसून की बारिश भी हो चुकी है।भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, मानसून अंडमान-निकोबार पहुंच गया है। 31 मई तक यह केरल पहुंच जाएगा। मप्र में मानसून के 16 से 21 मई के बीच दस्तक देने की संभावना है।विशेषज्ञों ने प्रदेश में अच्छी बारिश की भी बात कही है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून राजस्थान में 25 जून से 6 जुलाई तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं यूपी में 18 से 25 जून और बिहार-झारखंड में 18 जून तक पहुंच जाएगा।
1972 में सबसे देरी से 18 जून को केरल आया था मानसून।
आंकड़ों के मुताबिक, बीते 150 साल में मानसून के केरल पहुंचने की तारीखें काफी अलग रही हैं। 1918 में मानसून सबसे पहले 11 मई को केरल पहुंच गया था, जबकि 1972 में सबसे देरी से 18 जून को केरल पहुंचा था। बीते चार साल की बात करें तो 2020 में मानसून 1 जून को, 2021 में 3 जून को, 2022 में 29 मई को और 2023 में 8 जून को केरल पहुंचा था
इस बार ला नीना से अच्छी बारिश का अनुमान।
क्लाइमेट (जलवायु) के दो पैटर्न होते हैं, अल नीनो और ला नीना। विशेषज्ञों के मुताबिक संभावना बन रही है कि तीन से पांच हफ्तों में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी। पिछले साल अल-नीनो के समय सामान्य से कम 94% बारिश हुई थी। 2020 से 2022 के दौरान ला-नीना ट्रिपल डिप के दौरान 109%, 99% व 106% बारिश हुई थी। ला नीना के चलते इस बार अच्छी बारिश होने के पूरे आसार हैं।
ला नीना और अल नीनो क्या होते हैं।
अल नीनो में समुद्र का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़ जाता है। इसका प्रभाव 10 साल में दो बार होता है। इसके प्रभाव से ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र में कम और कम बारिश वाले क्षेत्र में ज्यादा बारिश होती है
ला नीना में समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होता है। इसका दुनियाभर के मौसम पर असर पड़ता है। आसमान में बादल छाते हैं और अच्छी बारिश होती है।