पीतांबर ध्वज पताकाओं से पटा राजवाड़ा क्षेत्र।
भगवान विष्णु की अद्भुत दिव्य प्रतिमा के दर्शनों के लिए उमड़े श्रद्धालु। हजारों श्रद्धालुओं ने दर्जनों मंचों से बरसाए फूूल, प्रभु के दर्शन पाने लालायित नजर आए इंदौरवासी।
त्रिदेव के दर्शनों वाली विश्व की अद्भुत प्रतिमा- केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय।
इंदौर : शहर के हृदयस्थल राजवाड़ा पर श्री नारायण भक्ति पंथ के अनुयायियों का गुरुवार को तांता लगा रहा। भगवान श्रीहरि विष्णु की शेषशायी शैया पर विराजित 11 फुट की अद्भुत दिव्य प्रतिमा के दर्शन कर हर कोई अपने आप को धन्य समझ रहा था। शंख, घंटे, घडिय़ाल के साथ पुलिस का बैंड भक्ति की रसधारा घोल रहा था तो भक्तों के शांताकारं भुजगशयनं… विष्णुसहस्त्रानाम स्त्रोत, नारायण-नारायण हरि-हरि के जयघोष से राजवाड़ा क्षेत्र गूंजायमान हो रहा था। वहीं गजराज अपनी विशेष मुद्रा से सबको मोहित कर रहे थे।
सर्द हवाओं के बीच राजवाड़ा पर भक्तिमय माहौल यहां से गुजरने वालों को अपने रंग में रंग रहा था। सद्गुरु लोकेशानंदजी महाराज ने भगवान विष्णु की दिव्य 11 फीट की 21 टन वजनी प्रतिमा का भगवान विष्णु सहस्त्रानाम के जाप के बीच पूजन किया। भगवान की दिव्य प्रतिमा के दर्शनों के लिए इंदौर शहर के हजारों विष्णु भक्त मौजूद रहे। श्री नारायण भक्ति पंथ के आनंद गर्ग, हुकुम गोयल, संतोष अग्रवाल, सुरेश व्यास, महेंद्र अग्रवाल, नीतिन गर्ग, राजपाल सिंह सिसौदिया, भावना अग्रवाल, मणिकांत गुप्ता, अर्पित पाटोंदी, अरविंद अग्रवाल नेे बताया कि अनुयायी राजस्थानी एवं मारवाड़ी पगड़ी में पत्नी और बच्चों के साथ शामिल हुए। केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महाराष्ट्र की सांसद स्मिता उदय वाघ, उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल विशेष रूप से मौजूद रहे। केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस दिव्य प्रतिमा के लिए महाराज लोकेशानंदजी को साधुवाद देते हुए कहा कि त्रिदेव के दर्शन देने वाली इस दिव्य प्रतिमा के दर्शन मात्र से जन्म सफल हो जाता है। मैं यहां आकर स्वयं को धन्य समझ रहा हूं। राजवाड़ा पर लगभग ढाई घंटे तक श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन – पूजन किए जाने के बाद महाआरती की गई। यहीं से 235 किमी की शोभायात्रा शुरू हुई जो किशनपुरा छत्री, जेल रोड, कोठारी मार्केट होते हुए रीगल से मधुमिलन,भंवरकुआं आदि क्षेत्रों से गुजरकर महाराष्ट्र के शहादा के लिए रवाना हुई। लोकेशानंदजी महाराज ने बताया कि पंच धातु से निर्मित भगवान विष्णु की यह प्रतिमा शहादा में स्थापित की जाएगी। यात्रा का रात्रि पड़ाव 9 जनवरी को धामनोद, 10 जनवरी को सेंधवा में रहेगा।
14 जनवरी को गर्भगृह में मूर्ति प्रवेश।
श्री नारायण भक्ति पंथ के आनंद गर्ग, संतोष अग्रवाल और राजपालसिंह सिसौदिया ने बताया कि 11 जनवरी को शहादा पहुंचने के बाद यात्रा नगर भ्रमण करेगी। 11 से 14 जनवरी तक महाराष्ट्र के शहादा में भक्ति महोत्सव मनाया जाएगा। भजन-कीर्तन और महापूजन के साथ भगवान विष्णु की विशेष अर्चना होगी। 12 से 15 जनवरी तक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा। इसी बीच 14 जनवरी को सूर्यदेव के उत्तरायण होने के पर्व मकर संक्राति के अवसर पर श्री विष्णु की इस दिव्य प्रतिमा को गर्भगृह में प्रवेश कराया जाएगा।