खिलौना क्लस्टर में पहली टॉय इंडस्ट्री 2 करोड़ रुपये का निवेश कर 40 लोगों को रोजगार देगी।
इंदौर : प्रदेश के पहले टॉय क्लस्टर यानी खिलौना क्लस्टर में पहली टॉय इंडस्ट्री, प्लेआट की आधारशिला रखी गई। राऊ औद्योगिक क्षेत्र में विकसित हो रहे इस क्लस्टर का भूमि पूजन जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक और एसोसिएशन ऑफ मध्यप्रदेश इंडस्ट्री के अध्यक्ष सहित आध्यात्मिक सद्गुरु दादू महाराज की मौजूदगी में किया गया।
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश और इंदौर इंटरनेशनल टॉय क्लस्टर एसोसिएशन की सालों की मेहनत अब रंग लाती नजर आ रही है। एआईएमपी और टॉय इंडस्ट्री एसोसिएशन ने राज्य शासन के साथ मिलकर प्रदेश के पहले टॉय क्लस्टर की योजना को अम्लीय जामा पहनाया है। इसी टॉय क्लस्टर में पहले खिलौना उद्योग की नींव रखी गई। युवा उद्यमी तन्मय चौधरी लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत से प्लेऑट के नाम से टॉय इंडस्ट्री शुरू करने जा रहे हैं। खिलौना बनाने वाली कम्पनी के पहले चरण में 40 लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
एआईएमपी अध्यक्ष योगेश मेहता ने बताया कि इंदौर शहर के कई हिस्सों में प्लास्टिक, लेदर सॉफ्ट लकडी सहित कैडी खिलौने बनाने वाले कारखाने यानी सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योग संचालित हो रहे हैं।यहां से प्लास्टिक, कैडी टॉय सहित अन्य खिलौनों का एक्सपोर्ट यानी निर्यात खाडी देशों के अलावा अफ्रीका में विगत कई सालों से होता आ रहा है। विदेशों में इंदौर में बने खिलौनों की अच्छी मांग है। देश के अन्य महानगरों सहित विदेशों के अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लेदर खिलौनों के लिए इंदौर ने अपनी विशेष पहचान बनाई है।
देश विदेश सहित खिलौनों की लगातार बढ़ रही मांग और व्यवसाय को लेकर कई सालों से इंदौर में टॉय यानी खिलौना क्लस्टर बनाने की मांग हो रही थी। इसलिए मध्यप्रदेश इंडस्ट्री एसोसिएशन ने लगातार भरसक प्रयास किए। अब उनकी मेहनत रंग लाती नजर आ रही है। प्रदेश के पहले टॉय क्लस्टर में पहले खिलौना उद्योग मतलब टॉय इंडस्ट्री के भूमि पूजन के दौरान जिला व्यापार उद्योग के महाप्रबंधक एसएस मण्डलोई भी मौजूद थे।