बोले श्मशान की जमीन पर थी कांग्रेस के भूमाफियाओं की नजर ।
पिपल्याहाना स्थित सर्वे नंबर 644 की श्मशान भूमि पर अतिक्रमण का है मामला।
इंदौर : पिपल्याहाना में जिस शासकीय चरनोई की भूमि को जिला प्रशासन व नगर निगम ने अतिक्रमण से मुक्त कराया है, उसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को इंदौर प्रेस क्लब में अपनी बात रखते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अनुसूचित जाति – जनजाति की विरोधी है। उसने भूमाफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए मास्टर प्लान की सड़क में बदलाव कर पिपल्याहाना क्षेत्र में स्थापित बाबासाहब अंबेडकर व संत रविदास की मूर्ति को बलपूर्वक हटवा दिया। ऐसा कर उसने बाबा साहब ही नहीं समूचे दलित समाज का अपमान किया है। पट्टे की जमीन पर बसे अनुसूचित जाति – जनजाति वर्ग के लोगों को भी वहां से बेदखल कर दिया गया। इससे पता चलता है कि बीजेपी अनुसूचित जाति – जनजाति विरोधी पार्टी है। दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस का हाथ सदैव भूमाफ़ियाओ के साथ रहा है। इंदौर में पिपल्याहाना क्षेत्र के शांतिनगर में श्मशान की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से भूमाफियाओं ने रातो-रात बाबा साहब की मूर्ति वहां रखवा दी।
जब महापुरुषों के नाम पर जमीन पर कब्जा कर रहे इन भूमाफ़ियाओं के इरादे प्रशासन ने नेस्तनाबूद कर दिये और ससम्मान बाबा साहेब की प्रतिमा को वहां से विस्थापित किया तो कांग्रेस के तमाम भूमाफिया समर्थक नेता मैदान में आ गए।
यही है कांग्रेस की संविधान बचाओ सोच….?
बीजेपी प्रवक्ता सलूजा ने दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि महापुरुषों के नाम पर अपने समर्थक भूमाफियाओं को शमशान की करोड़ो की जमीन पर कब्जा करवाओ, मामला नहीं जमे तो उसे जातिगत आधार पर डाइवर्ट कर दो, यही कांग्रेस की फितरत है। उन्होंने कहा, सभी जानते है कि अवैध कब्जा करने वाले सारे भूमाफिया जीतू पटवारी के ख़ास समर्थक हैं। इनमे से एक को तो वो शहर कांग्रेस की कमान भी सौपना चाहते हैं। शायद उसी डील के तहत यह सब खेला किया जा रहा है।
सलूजा के अनुसार संबंधित भूमाफ़ियाओं के कब्जे के सारे प्रमाण मौजूद हैं, इन्हें कतई बख्शा नहीं जाएगा, कांग्रेस कितना भी इन भूमाफियाओं के साथ खड़ी हो जाये।