भगवती माता महालक्ष्मी का रजत कलशों से किया गया महाभिषेक

  
Last Updated:  June 24, 2025 " 06:40 pm"

श्री ब्रम्होत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव।

स्वर्ण मंगलगिरी पर निकली पराम्बा माँ महालक्ष्मी की शोभायात्रा।

हजारों वैष्णव जन ने की माँ लक्ष्मी की सामूहिक कुमकुम अर्चना।

इंदौर : श्री लक्ष्मी – वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में चल रहे ब्रम्होत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव के दूसरे दिन भगवती माता महालक्ष्मी का रजत कलशों की सहस्त्रधारा से महाभिषेक किया गया। इन रजत कलशों में दूध, दही, घी, शकर,शहद, इत्र, आम रस व नदियों का जल भरा गया था।इन कलशों की सहस्त्रधारा से भगवती महालक्ष्मी का तिरूमंजन नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज ने किया ॐ जी शर्मा,लखन तिवारी यजमान परिवार द्वारा कलशों का पूजन किया गया।

देवस्थान के अर्चक बिहारीलाल व जय तिवारी, दीपक शर्मा, शिवम पांडे,विशाल पांडे और
नंदलाल के साथ ही दक्षिण से पधारे भट्टर स्वामी द्वारा मां
भगवती का अद्भुत श्रृंगार किया गया।

महाभिषेक के बाद भगवती श्री देवी व भू देवी की सवारी मंगल गिरि पर दक्षिण वाद्य यंत्रों की गूंज के साथ उत्सव मंड़प पहुची जिसमें आगे – आगे सभी यजमान परिवार रजत तुलसी,स्वर्ण पुष्प व अन्य सामग्री हाथों में लिए चल रहे थे। नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के साथ ही उज्जैन युवराज स्वामी माधवप्रपन्नचार्य महाराज हरिद्वार से आए दामोदराचार्य द्वारा भगवती महालक्ष्मी की 108 रजत तुलसी,108 रजत कमल,108 स्वर्ण पुष्प, जूही,मोगरा, रजत कमल,केशर,काजू, बादाम,
अंजीर, किशमिश,हापुस आम के साथ ही अनेक सूगन्धित पदार्थो द्वारा 1008 नामों से अर्चना की गई। उधर उत्सव मंडप में सभी भक्त जोड़े से बैठकर श्री श्रियै नमः का मंत्र बोलते हुए अपने सामने रखे चित्र पट पर कुमकुम से अर्चना कर रहे थे।

मीडिया प्रभारी पंकज तोतला ने बताया कि मनोहर शास्त्री, मुकेश शास्त्री, गोपाल शर्मा ने कुमकुम अर्चना में बैठे 500 जोड़े व सभी भक्तों को हाथ में जल पुष्प अक्षत लेकर उनके आरोग्य,ऐश्वर्य,लक्ष्मी प्राप्ति,आयु निरोग की कामना के लिए संकल्प कराकर फिर भगवती महालक्ष्मी की अर्चना प्रारम्भ कराई। 1008 नामों से भक्तजनों ने भगवती की कुमकुम अर्चना कराई। सभी श्रद्धालुओं ने एक साथ अर्चना के बाद भोग लगाकर आरती की। बाद में गोष्ठी प्रसाद का वितरण किया गया।

भगवती माता महालक्ष्मी की मंदिर परिसर में निकली सवारी।

शाम के सत्र में भगवती माता महालक्ष्मी की स्वर्ण मंगलगिरी पर सजधज कर सवारी मंदिर परिसर में निकाली गई। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा स्तोत्र पाठ किए गए वहीं भजन गायक मनोहर करवा द्वारा भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियां दी गई, जिनका श्रद्धालुओं ने भरपूर आनंद लिया।

इस अवसर पर पुखराज सोनी,सुनील राठी परीक्षित जाजू,गोपाल राठी, पवन भलिका,जयप्रकाश भुराड़िया प्रणय चितोड़ा मधु मुछाल, भगवानदास भलिका जयप्रकाश लाहौटी आदि मौजूद थे।

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