बाबा बर्फानी के जयघोष एवं बोल बम की गूंज के बीच
लंगर सेवा का पहला ट्रक अमरनाथ के लिए प्रस्थित।
इंदौर : नवलखा चौराहा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड़ शिव मंदिर ट्रस्ट द्वारा अमरनाथ यात्रा मार्ग पर लगाए जाने वाले लंगर के लिए राशन एवं भोजन सामग्री से भरा पहला ट्रक सोमवार शाम वैदिक मंत्रोच्चार, बाबा बर्फानी के जयघोष तथा बोल बम की गूंज के बीच विधायक गोलू शुक्ला एवं भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा के आतिथ्य में बालटाल पंचरणी के लिए रवाना किया गया।
मंदिर ट्रस्ट द्वारा अमरनाथ गुफा में स्थापित नंदीजी की स्थापना का एक वर्ष पूर्ण होने पर यात्रा के पहले दिन 3 जुलाई को एक क्विंटल सूखे मेवे का प्रसाद के रूप में वितरण भी किया जाएगा। ट्रस्ट की ओर से 200 कम्बल भी भेजे गए हैं।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णु बिंदल, टीकमचंद गर्ग एवं संयोजक बी.के. गोयल ने बताया कि मंदिर से जुड़े भक्तों द्वारा पिछले 15 दिनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लंगर के लिए राशन सामग्री एकत्र करने का अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान प्राप्त राशन सामग्री, जिसमें आटा, शकर, तेल, घी, चावल, दाल, चाय पत्ती, बेसन आदि सामग्री संग्रहित की गई। यह सभी सामग्री नवलखा स्थित कांटाफोड़ मंदिर परिसर में सुरक्षित रखी गई थी, जिसे सोमवार को ट्रक में भरकर रवाना किया गया। विधायक गोलू शुक्ला एवं सुमित मिश्रा ने पं. हरिशंकर शास्त्री के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इस ट्रक को बालटाल के लिए रवाना किया।
अमरनाथ बर्फानी सेवा दल खन्ना (पंजाब) के भक्तों ने बालटाल में पहले से तम्बू और टीन शेड बनाने का काम पूरा कर लिया है। यात्रा तो 3 जुलाई से प्रारंभ होगी, लेकिन लंगर सेवा उसके पहले ही शुरू कर दी जाएगी। यात्रा शुभारंभ के पहले दिन गुफा में नंदीजी की स्थापना का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में एक क्विंटल सूखे मेवे का प्रसाद भी कांटाफोड़ मंदिर ट्रस्ट की ओर से भक्तों में वितरित किया जाएगा। नंदीजी की स्थापना पिछले वर्ष मंदिर ट्रस्ट के सौजन्य से ही हुई है। ट्रक को विदा करने के अवसर पर कांटाफोड़ मंदिर भक्त मंडली के परमानंद वालेचा, विजय लाला, हेमंत अग्रवाल, वरुण हरि मंगल, मनीष गर्ग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। अतिथियों का स्वागत सुभाष गोयल बजरंग,संदीप गोयल, सुशील प्रजापत आदि ने किया।
रात्रि विश्राम की सुविधा भी रहेगी।
मालवांचल एवं इंदौर से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले भक्तों के लिए लंगर स्थल के आसपास रात्रि विश्राम हेतु तम्बू भी लगाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालु वहां रहकर कुछ दिनों तक लंगर में भी अपनी सेवाएं दे सकें और बाबा बर्फानी के दर्शनों का पुण्य लाभ भी ले सकें। तम्बू में भक्तों को अपना सामान रखने की भी सुविधा रहेगी।
मंदिर से जुड़े 70 भक्त भी सेवाएं देंगे।
आठ जुलाई को मंदिर से जुड़े 70 श्रद्धालु रेल मार्ग से प्रस्थित होंगे। इंदौर के 8 रसोईए भी इस बार बालटाल जाएंगे और यात्रा मार्ग पर आने वाले देश-विदेश के भक्तों को इंदौर एवं मालवा के व्यंजनों का स्वाद परोसेंगे।जो श्रद्धालु इंदौर से जाएंगे, वे बारी-बारी से बाबा अमरनाथ के दर्शन कर अलग-अलग समूह में लंगर में अपनी सेवाएं देंगे। शेष यात्री अगले समूह में दर्शन करेंगे और लौटकर लंगर में अपनी सेवाएं देंगे। श्राइन बोर्ड की अनुमति रही तो अमरनाथ यात्रा मार्ग पर आने वाले देश-विदेश के भक्तों को इंदौर के पोहे-जलेबी, दाल-बाटी और चूरमा, कचोरी-समोसे एवं अन्य व्यंजन प्रतिदिन परोसे जाएंगे।