इंदौर : बीजेपी नेताओं ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के जरिये प्रदेश की कांग्रेस शासित कमलनाथ सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए हुए इंदौर के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया।
बीजेपी कार्यालय में पूर्व महापौर मालिनी गौड़, सांसद शंकर लालवानी और नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने कहा कहना जब से कमलनाथ सरकार प्रदेश में आई है विकास कार्य ठप हो गए हैं। इंदौर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और अमृत योजना सहित तमाम विकास योजनाएं थम गई हैं। बीते एक साल से चुंगी क्षतिपूर्ति और स्टाम्प ड्यूटी की राशि सरकार ने नगर निगम को नहीं दी है। पेमेंट नहीं मिलने से तमाम ठेकेदारों ने काम करना बंद कर दिया है।
विकास कार्य ठप हैं और सरकार आइफा अवार्ड पर करोड़ों रु. फूंक रही है।
पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ठेकेदारों को देने के लिए पैसे नहीं हैं। सभी ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया है पर कमलनाथ सरकार आइफा अवार्ड पर करोड़ों रुपए फूंक रही है। मालिनी गौड़ का कहना था कि पानी के बिजली बिल पेटे ही करोड़ों रुपए बकाया हैं।अगर बिजली कट गई तो इंदौर की जनता बून्द- बून्द को तरस जाएगी। बावजूद इसके प्रदेश सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की शिवराज सरकार के समय इंदौर नगर निगम को प्रदेश सरकार से समुचित राशि मिलती रही पर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बनते ही पहले तो देय राशि में कटौती की गई। बाद में तो राशि देना ही बंद कर दिया गया। विकास योजनाओं में केंद्र सरकार अपना अंशदान तो अभी भी पूरा दे रही है पर प्रदेश सरकार का अंशदान नहीं मिलने से चल रहे तमाम प्रोजेक्ट पर ग्रहण लग गया है।इसका खामियाजा इंदौर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
चुनी हुई परिषद द्वारा पारित प्रस्ताव निरस्त करना मनमानी।
बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने आरोप लगाया कि चुनी हुई निगम परिषद द्वारा सर्वसम्मति से पारित 200 प्रस्ताव हाल ही में नियुक्त निगम प्रशासक ने मनमाने ढंग से निरस्त कर दिए। अधिकारी प्रदेश सरकार की निगाह में अपने अंक बढाने के लिए ऐसे मनमाने निर्णय ले रहे हैं जिनका उन्हें अधिकार नहीं हैं। पत्रकार वार्ता में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा भी मौजूद रहे।