सुषमा दुबे के मालवी काव्य संग्रह गुड़धाणी का लोकार्पण
मालवी बोली में और अधिक लिखने, बोलने की जरूरत : डाॅ. दवे । इंदौर : मीठी बोली मालवी को जीवंत बनाए रखने के लिए इस बोली में और अधिक लिखने व बोलने की जरूरत है। यह बात साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश के निदेशक डाॅ. विकास दवे ने कही। डाॅ.दवे वरिष्ठ लेखिका श्रीमती सुषमा दुबे के मालवी काव्य संग्रह गुड़धाणी के लोकार्पण समारोह में अध्यक्षीय उद्बोधन दे रहे थे। रविवार सुबह इंदौर प्रेस क्लब के राजेंद्र माथुर सभागृह में विचार प्रवाह साहित्य और पढ़े